रामनाथ कोविंद : कानपुर के एक छोटे से गाँव से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बनने तक का सफर
लखनऊ। BJP संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने राष्ट्रपति पद के लिए रामनाथ कोविंद के नाम की घोषणा की है। आइये हम आपको बताते हैं कि कौन हैं रामनाथ कोविंद और कैसा है उनका राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बनने तक का सफर...
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रामनाथ कोविंद का अब तक का सफर
- राम नाथ कोविन्द का जन्म एक अक्टूबर 1945 में उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले की (वर्तमान में कानपुर देहात जिला ), तहसील डेरापुर के एक छोटे से गाँव परौंख में हुआ था।
- कोविन्द का सम्बन्ध कोरी या कोली जाति से है जो उत्तर प्रदेश में अनुसूचित जाति के अंतर्गत आती है।
- वकालत की उपाधि लेने के बाद दिल्ली उच्च न्यायालय में वकालत प्रारम्भ की।
- वह 1977 से 1979 तक दिल्ली हाई कोर्ट में केंद्र सरकार के वकील रहे।
- 8 अगस्त 2015 को बिहार के राज्यपाल के पद पर नियुक्ति हुए।
- वर्ष 1991 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए।
- वर्ष 1994 में उत्तर प्रदेश राज्य से राज्य सभा के निर्वाचित हुए।
- वर्ष 2000 में पुनः उत्तरप्रदेश राज्य से राज्य सभा के लिए निर्वाचित हुए।
- कोविन्द लगातार 12 वर्ष तक राज्य सभा के सदस्य रहे।
- वह भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी रहे।
- वह भाजपा दलित मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और अखिल भारतीय कोली समाज अध्यक्ष भी रहे।
- वर्ष 1986 में दलित वर्ग के कानूनी सहायता ब्युरो के महामंत्री भी रहे।
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