नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) अगले महीने जियोसिंक्रोनस सैटेलाइट लॉन्च व्हेकल (जीएसएलवी) मार्क-3 को लॉन्च करने की योजना बना रहा है, जिससे अंतर्राष्ट्रीय लॉन्चिंग वाहनों पर निर्भरता को कम किया जा सके। इसके अंतर्गत मल्टी बिलियन डॉलर के वैश्विक अंतरिक्ष बाजार का अधिक से अधिक हिस्सा लेने के लक्ष्य को पूरा किया जा सके। इसकी सभी प्रणालियां श्रीहरिकोटा में हैं।
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इसरो के अध्यक्ष एएस किरण कुमार ने कहा कि जीएसएलवी मार्क -3 हमारी अगली शुभारंभ है। उनका कहना है कि विभिन्न चरणों को इकट्ठा करने और उन्हें एक साथ जोड़ने की प्रक्रिया चल रही है। जून के पहले हफ्ते में इस लांच को पूरा करने का लक्ष्य है। इसरो का मानना है कि यह रॉकेट 'गेम-चेंजर मिशन के रूप में आयेगा।
इस रॉकेट का सफल प्रक्षेपण देश के अंतरिक्ष कार्यक्रम में आत्मनिर्भर होने की दिशा में एक और बड़ा कदम होगा। इसरो के पास वर्तमान कक्षा में 2.2 टन तक के पेलोड को लॉन्च करने की क्षमता है।
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