जम्मू-कश्मीर: स्थानीय निकाय चुनाव के लिए नहीं सुनाई पड़ रहा प्रचार का शोर, 16.97 लाख से अधिक मतदाता लेंगे हिस्सा

चार चरणों में होने हैं निकाय चुनाव, 20 अक्टूबर को होगी मतगणना, लेकिन अभी तक चुनाव प्रचार ने नहीं पकड़ा है जोर।

Update: 2018-10-03 09:56 GMT

जम्मू (भाषा)। जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक उठापटक के बाद पहली बार निकाय चुनाव के रुप में कोई चुनाव होने जा रहा है। आठ अक्टूबर से शुरु होने वाले इन चुनावों का रंग अभी जनता और नेताओं पर दोनों पर चढ़ा नजर नहीं आया है। जम्मू-कश्मीर में इन दिनों राष्ट्रपति शासन लागू है।

जम्मू-कश्मीर में आठ अक्टूबर से शुरू हो रहे चार चरण के स्थानीय निकाय चुनावों में 16.97 लाख से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे, लेकिन अब तक यहां चुनाव प्रचार का रंग नहीं चढ़ सका है। दो प्रमुख दल नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) और पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) राज्य के शहरी स्थानीय निकाय (यूएलबी) और पंचायत चुनावों का बहिष्कार कर रही हैं।

चुनाव विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई-भाषा से कहा, 'जम्मू-कश्मीर में आठ अक्टूबर से शुरू हो रहे चार चरणों के चुनावों में राज्य के 1,145 वार्ड में 16,97,291 मतदाता अपना मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे।' 

उन्होंने बताया कि नगर पालिका और स्थानीय निकायों के 1,145 वार्ड में से 90 अनुसूचित जाति (एससी) और 38 अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षित हैं। इनमें से 31 और 13 क्रमश: एससी और एसटी महिलाओं के लिए आरक्षित हैं जबकि 322 वार्ड सामान्य वर्ग की महिलाओं के लिए आरक्षित हैं। अधिकारी ने बताया कि श्रीनगर नगर निकाय (एसएमसी) के 74 वार्ड में सबसे अधिक 6,63,775 मतदाता हैं, जबकि जम्मू नगर निकाय (जेएमसी) के 75 वार्ड में 4,00,301 मतदाता हैं। चुनाव अधिकारी ने बताया कि पहले चरण का मतदान आठ अक्टूबर को, दूसरे चरण का 10 अक्टूबर, तीसरे चरण का 13 अक्टूबर और चौथे चरण का चुनाव 16 अक्टूबर को होगा। मतगणना 20 अक्टूबर को होगी। बहरहाल, राज्य में चुनाव प्रचार अभी तक जोर नहीं पकड़ सका है, आने वाले दिनों में इसके तेज होने की संभावना है। 

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