प्रयागराज। कुंभ मेला शुरू हो चुका है। इस बार सुरक्षा से लेकर स्वास्थ्य व्यवस्था तक हर लिहाज से शासन-प्रशासन कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं, पढ़िए इस बार कुंभ में है खास...
प्रयागराज में संगम तट पर लगने वाले आस्था के कुंभ में एक महीने के लिए पूरा शहर बस जाता है। ऐसे में प्रदेश सरकार की कोशिश है कि कोई भी कमी न रह जाए। इस समय संगम के तट पर अस्थायी पीपे के पुल बनाए गए हैं, कई सारे अस्पताल और अग्निशमन केंद्र बनाए गए हैं।
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गंगा किनारे करीब 32 सौ एकड़ क्षेत्र में लगने वाले इस मेले में सारी सुविधाएं हैं। केंद्रीय चिकित्सालय के सीएमएस डॉ. एसपी सिंह बताते हैं, "कई सारे अस्पताल बनाए गए हैं। सेक्टर दो में मेला क्षेत्र का सबसे बड़ा अस्पताल है, यहां पर सौ बेड का अस्प्ताल में हर तरह की सुविधा है, ओपीडी है, 100 बेड के अस्पताल के साथ ही भर्ती मरीजों के लिए कैंटीन भी बनायी गई है, जहां पर मरीजों को मुफ्त में खाना भी मिलेगा।"
इस मेले की पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी देते हुए यूपी एटीएस (आतंक निरोधी दस्ता) प्रमुख आईटी असीम अरुण बताते हैं, "हम दो तरह की तैयारियों पर जोर दे रहे हैं, पहला रोकथाम, दूसरा अगर कुछ हो जाता है तो उसकी प्रतिक्रिया।"
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यूपी एटीएस ने कमांडो दस्ते की मदद से पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था के साथ ही मेले के लिए बने 40 थानों में स्थित क्विक रिएक्शन टीम को भी प्रशिक्षित किया है, ताकि सामंजस्य की कमी किसी भी स्तर से न हो।
वो बताते हैं, "हम मेले में ऐसे टीम को लगा रहे हैं कि हम रोकथाम भी कर पाएं और अगर कोई आवश्यकता पड़े तो पहुंच भी पाएं। इसके लिए हम टीमें ज़मीन पर, नाव पर और हेलीकॉप्टर पर भी रख रहे हैं।"
इसे समझाते हुए असीम अरुण ने कहा, "जो जमीन पर हैं उनके लिए गाड़ियां हैं, लेकिन हम लोगों ने मोटरसाइकिल का प्रबंध किया है और प्रशिक्षण करा रहे हैं। क्योंकि कुंभ मेला क्षेत्र इतना घना हो जाता है कि वहां पर चार पहिया वाहन नहीं जा सकते, लेकिन मोटरसाइकिल तेजी से निकल सकती हैं।"
अग्निशमन विभाग की ने भी पूरी तैयारी कर ली है, मुख्य अग्निशमन अधिकारी प्रमोद शर्मा बताते हैं, "इस बार फायर ब्रिगेड की बाइक भी है, कई बार आग लगने पर बड़ी गाड़ियां नहीं पहुंच पाती थीं, लेकिन ये बाइक आसानी से कभी भी कहीं पहुंच जाएगी। मेला नौ जोन और बीस सेक्टर में बांटा गया है, यहां पर दो अग्निशमन केंद्र बनाए गए हैं।"
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