सास को मुखाग्नि देने वाली महिला के गांव पहुंचे आयुक्त, व्यक्तिगत तौर पर दी मदद
देवीपाटन मंडल के आयुक्त जब गोंडा जिले के बभनी गांव की महिला गुड़िया की मदद करने पहुंचे तो उनकी दयनीय हालत देखकर अवाक रह गए। गोंडा के वजीरगंज ब्लॉक की गुड़िया हाल ही में उस समय चर्चा में आई थीं जब उन्होंने अपनी सास का अंतिम संस्कार किया था। गुड़िया के पति गंभीर रूप से बीमार हैं और मुंबई में अपना इलाज करा रहे हैं, इसी वजह से वह अपनी मां के अंतिम संस्कार के लिए नहीं आ पाए थे।
अखबार में छपी खबरों का संज्ञान लेते हुए आयुक्त सुधेश कुमार ओझा स्वयं गुड़िया के घर पहुंचे और उन्हें अपनी ओर से एक बोरी चावल, एक बोरी आटा, दस किलो दाल और नगद रुपए दिए। गुड़िया की दयनीय हालत देखकर आयुक्त ने उन्हें हर प्रकार की मदद का भरोसा दिलाया साथ ही वजीरगंज के बीडीओ को निर्देश दिए कि वह भी महिला की मदद करें। आयुक्त ओझा ने इलाके के संभ्रांत लोगों से अपील की कि वे भी गुड़िया की मदद के लिए आगे आएं।
गुड़िया की सास कलावती की लंबी बीमारी के बाद मृत्यु होने पर उनके बेटे राजितराम को सूचना दी गई थी। राजितराम मुंबई में मजदूरी करते हैं। वह भी गंभीररूप से बीमार हैं इसलिए गांव आने में असमर्थ थे। गांव में रहने वाले उनके दूसरे रिश्तेदारों ने मुखाग्नि देने से इनकार कर दिया। इस बीच कलावती का शव तीन दिनों तक बर्फ की सिल्ली पर रखा रहा। कोई रास्ता न निकलते देख गुड़िया अपनी सास को मुखाग्नि देने का तैयार हो गईं। गांव के लोगों का कहना है कि गुड़िया ने अपनी सास की बीमारी की हालत में बेटे-बेटियों से भी बढ़कर सेवा की थी।