ममता बनर्जी का दावा, केंद्र में नई सरकार का नेतृत्व करेगी तृणमूल कांग्रेस

ममता ने आरोप लगाया कि भाजपा एनआरसी और नागरिकता (संशोधन) विधेयक के नाम पर देश के वैध नागरिकों को विदेशी बनाने की कोशिश कर रही है।

Update: 2019-04-06 12:49 GMT

लखनऊ (उत्तर प्रदेश)। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को दावा किया कि लोकसभा चुनाव 2019 के बाद केंद्र में एक नई सरकार बनेगी, जिसके गठन का नेतृत्व उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस करेगी। अलीपुर द्वार, पश्चिम बंगाल में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए ममता ने पीएम नरेन्द्र मोदी को "झूठा" करार दिया, जो लगातार पांच साल से झूठ बोल रहे हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा एनआरसी और नागरिकता (संशोधन) विधेयक के नाम पर देश के वैध नागरिकों को विदेशी बनाने की कोशिश कर रही है। तृणमूल प्रमुख ने कहा, "एनआरसी और नागरिकता (संशोधन) विधेयक इस देश के वैध नागरिकों को शरणार्थी बनाने की एक और चाल है।"

नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि एक व्यक्ति जो अपनी पत्नी की देखभाल नहीं करता वह देश के नागरिकों की देखभाल कैसे करेगा। उन्होंने कहा, "देश की जनता को बचाने के लिये भाजपा को हराना होगा। टीएमसी केंद्र में नई सरकार के गठन का नेतृत्व करेगी। पीएम ने 2014 में किया गया एक भी वादा पूरा नहीं किया।"

चुनाव आयोग को भी आड़े हाथों लेते हुए ममता ने कहा कि आयोग ने राज्य के अच्छे पुलिस अधिकारियों को बदल दिया लेकिन उसका कोई असर नहीं पड़ेगा। ममता ने कहा, "आप पश्चिम बंगाल से पुलिस अधिकारियों को तो हटा सकते हैं, लेकिन ममता बनर्जी को नही।"

ममता ने आईपीएस अधिकारियों के ट्रांसफर के खिलाफ चुनाव आयोग को पत्र लिखकर अपना विरोध जताया। उन्होंने पत्र में लिखा कि चुनाव आयोग का निर्णय दुर्भाग्यपूर्ण, मनमाना, और पक्षपातपूर्ण है। उन्होंने साफ आरोप लगाया कि ऐसा भाजपा के इशारे पर हो रहा है। ममता ने अपने पत्र में चुनाव आयोग से अपने निर्णय की समीक्षा करने और जांच शुरू करने की अपील की ताकि यह पता चल सके कि कैसे और किसके निर्देश पर ट्रांसफर किए गए।

बनर्जी ने अपने पत्र में लिखा, "मैं बहुत मजबूती से मानती हूं कि भारत में लोकतंत्र बचाने में चुनाव आयोग की निष्पक्ष भूमिका है। लेकिन यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि मुझे आज यह पत्र लिखकर चुनाव आयोग की तरफ से जारी पांच अप्रैल 2019 के स्थानांतरण आदेश के खिलाफ विरोध जाहिर करना पड़ रहा है जिसके जरिए चार वरिष्ठ अधिकारियों को उनके मौजूदा पदों से हटाया गया। हमारे पास यह यकीन करने के सारे कारण हैं कि आयोग का फैसला केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा के इशारे पर लिया गया है।"

आपको बता दें कि चुनाव आयोग ने शुक्रवार की रात राज्य में पुलिस व्यवस्था में बड़े फेरबदल करते हुए कोलकाता पुलिस आयुक्त अनुज शर्मा और बिधाननगर पुलिस आयुक्त ज्ञानवंत सिंह को हटा दिया था। आयोग ने ए रवींद्रनाथ को बीरभूम जबकि श्रीहरि पांडे को डायमंड हार्बर का पुलिस अधीक्षक नियुक्त किया है। ममता ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एक भाजपा प्रत्याशी द्वारा टीवी कार्यक्रम के दौरान पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था की स्थिति खराब होने को लेकर दिए गए बयान के बाद आयोग ने ये तबादले किये।


(भाषा से इनपुट)

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