कांग्रेस मैनिफेस्टो में जनता की आवाज जबकि बीजेपी मैनिफेस्टो में सिर्फ एक व्यक्ति की आवाज: राहुल गांधी

राहुल गांधी ने कहा कि इस मैनिफेस्टो को बंद कमरे में तैयार किया गया है जिसमें दूरदर्शिता का साफ अभाव दिख रहा है। इस मैनिफेस्टो का आम जनता से दूर-दूर तक कोई संबंध नहीं है।

Update: 2019-04-09 07:46 GMT
केरल में बूथ कार्यकर्ता सम्मेलन में संबोधन के दौरान राहुल गांधी (सोर्स- केरल कांग्रेस ट्वीटर)

लखनऊ (उत्तर प्रदेश)। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि बीजेपी का मैनिफेस्टो जनता की आवाज नहीं बल्कि एक आदमी की आवाज है। उन्होंने कहा कि इस मैनिफेस्टो को बंद कमरे में तैयार किया गया है जिसमें दूरदर्शिता का साफ अभाव दिख रहा है। इस मैनिफेस्टो का आम जनता से दूर-दूर तक कोई संबंध नहीं है।

राहुल गांधी ने कहा कि उनकी पार्टी का मैनिफेस्टो लंबे विचार-विमर्श के बाद तैयार किया गया है और उसमें जनता की आवाज शामिल है। गांधी ने ट्वीट किया है, ''कांग्रेस का घोषणापत्र बहुत विचार-विमर्श के बाद से तैयार हुआ है। इसमें 10 लाख से अधिक भारतीय नागरिकों की आवाज शामिल है। यह समझदारी भरा और प्रभावशाली दस्तावेज है।''

उन्होंने आगे ट्वीट किया, ''जबकि बीजेपी का घोषणापत्र बन्द कमरे में तैयार किया गया है। इसमें एक अलग-थलग पड़ चुके व्यक्ति की आवाज है। यह अदूरदर्शी और अहंकार भरा है।'' राहुल गांधी का साफ निशाना पीएम नरेंद्र मोदी पर था।



गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने सोमवार को 'संकल्प पत्र' के नाम से अपना घोषणापत्र जारी किया। इसमें बीजेपी ने राष्ट्रीय सुरक्षा पर जोर देने के साथ आतंकवाद के खिलाफ 'जीरो टॉलरेन्स' की प्रतिबद्धता दोहराई। इसके साथ ही 60 साल की उम्र के बाद किसानों और छोटे दुकानदारों को पेंशन देने सहित कई वादे भी किए।

(भाषा से इनपुट के साथ)


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