ट्रेन से प्रवासियों की होगी घर वापसी, केंद्र सरकार ने दी मंजूरी

इससे पहले केंद्र ने राज्यों को सिर्फ बसों के जरिये प्रवासी मजदूरों, छात्रों, पर्यटकों और तीर्थयात्रियों के जाने की अनुमति दी थी।

Update: 2020-05-01 14:00 GMT

केंद्र सरकार ने लॉकडाउन में फँसे प्रवासियों की घर वापसी के लिए आखिरकार ट्रेन से आवाजाही की मंजूरी दे दी है। इससे पहले केंद्र ने राज्यों को सिर्फ बसों के जरिये प्रवासी मजदूरों, छात्रों, पर्यटकों और तीर्थयात्रियों के जाने की अनुमति दी थी। इस फैसले के बाद कई राज्यों की सरकारों को बड़ी राहत मिली है।

केंद्र सरकार ने अपने आदेश में कहा कि रेल मंत्रालय राज्य सरकारों से संपर्क करने के लिए नोडल अफसरों को नियुक्त करेगा और टिकट की बिक्री समेत रेलवे स्टेशन और ट्रेन में सोशल डिसटन्सिंग के मानकों को लेकर गाइडलाइन्स जारी करेगा।

इससे पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समेत तेलंगाना, पंजाब, केरल, कर्णाटक, बिहार, झारखण्ड और तमिलनाडु की सरकार प्रवासियों की घर वापसी के लिए विशेष ट्रेन चलाने की मांग कर रही थीं। 

सबसे पहले झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने नौ लाख मजदूरों की घर वापसी के लिए रेल मंत्री पीयूष गोयल से बातचीत कर विशेष ट्रेन चलाने की मांग की। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रवासियों की घर वापसी के लिए और राज्यों को भी विशेष ट्रेनों को चलाने की जरूरत होगी। वहीं तेलंगाना के मंत्री टी. श्रीनिवास ने भी रेल मंत्री से ट्रेन चलाने की मांग की थी।

ऐसे में केंद्र सरकार के आदेश के बाद रेल मंत्रालय ने मजदूर दिवस से प्रवासियों के लिए 'श्रमिक स्पेशल ट्रेन' चलाने का ऐलान कर दिया। रेल मंत्रालय ने सबसे पहले तेलंगाना से झारखण्ड के हटिया के लिए पहली विशेष ट्रेन एक मई को रवाना की। 

रेल मंत्रालय ने गाइडलाइन्स जारी करते हुए कहा कि ये विशेष ट्रेनें राज्य सरकारों की अनुरोध पर चलेंगी और तय मानकों का सख्ती से पालन किया जाएगा। इसके अलावा यात्रा के दौरान सभी यात्रियों को ट्रेन में मास्क पहनना अनिवार्य होगा। वहीं ये राज्य सरकारों की जिम्मेदारी होगी कि वे अपने यात्रियों के लिए भोजन का प्रबंध करें। रेलवे अपने कर्मचारियों की मदद से ट्रेन में सोशल डिसटन्सिंग और साफ-सफाई का विशेष ध्यान देगी। 

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