मोदी से खफा अन्ना हजारे ने कहा, उन्हे प्रधानमंत्री पद का गुमान है

Update: 2018-01-22 13:22 GMT
अन्ना हजारे।

मुंबई (गांव कनेक्शन/भाषा)। अपने आंदोलनों से कई सरकार के नाक में दम करने वाले मशहूर सामजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बेहद नाराज हैं, वजह है प्रधानमंत्री का अन्ना हजारे के पत्रों का जबाव नहीं देना।

महाराष्ट्र के सांगली की अटपादी तहसील में अन्ना हजारे एक एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का गुमान है और यही कारण है कि मोदी उनके पत्रों का जवाब नहीं दे रहे हैं।

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अन्ना हजारे ने कहा, मैं पिछले तीन वर्षों में प्रधानमंत्री मोदी को 30 से ज्यादा पत्र लिख चुका हूं, लेकिन उन्होंने कभी जवाब नहीं दिया। मोदी को प्रधानमंत्री पद का अहंकार है और यही वजह है कि वह मेरे पत्रों का जवाब नहीं देते हैं।

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हजारे ने पहले कहा था कि वह 23 मार्च से आंदोलन के अगले चरण की शुरुआत करने जा रहे हैं। हजारे ने कहा, इस बार ऐसा बड़ा आंदोलन होगा जो पहले कभी नहीं हुआ और यह सरकार के लिए चेतावनी होगी।

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इस पहले अन्ना हजारे की अगुवाई में अप्रैल 2011 में जन लोकपाल विधेयक पर एक आंदोलन हुआ था जिसने विश्वस्तरीय पर नाम कमाया था। उस आंदोलन में हिस्सा लेने वाले कई लोग आज देश में घर घर जाने पहचाने जाते हैं। जिसमें मैग्सेसे पुरस्कार विजेता अरविंद केजरीवाल, भारत की पहली महिला प्रशासनिक अधिकारी किरण बेदी, प्रसिद्ध लोकधर्मी वकील प्रशांत भूषण, पतंजलि योगपीठ के संस्थापक बाबा रामदेव आदि शामिल थे।

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