जेल की कमायी को तलवार दंपति ने लेने से इनकार किया

Update: 2017-10-16 14:23 GMT
तलवार दंपति 

डासना (भाषा)। आरुषि-हेमराज हत्या कांड के संबंध में वर्ष 2013 से डासना जेल में सजा काट रहे दंत चिकित्सक दंपति राजेश एवं नूपुर तलवार ने इस दौरान जेल के अंदर मरीजों को दी गयी अपनी अपनी सेवाओं का मेहनताना लेने से इनकार कर दिया है।

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जेल अधिकारियों ने दी जानकारी

इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने 12 अक्तूबर को तलवार दंपति को अपनी बेटी आरुषि एवं घरेलू सहायक हेमराज की हत्या के आरोपों से बरी कर दिया। उन्हें आज दोपहर रिहा किये जाने की संभावना है। जेल अधिकारियों के मुताबिक तलवार दंपति से जल्द से जल्द अपना उपचार कराने के लिये जेल के मरीजों में होड़ मचा है।

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जेल के एक अधिकारी ने बताया कि तलवार दंपति जेल से बाहर निकलने का इंतजार कर रहे हैं और बाहर निकलते ही उनके मीडियाकर्मियों से घिरने की संभावना है। उन्होंने बताया कि तलवार दंपति ने जेल के अंदर मरीजों की सेवाओं के लिये मिलने वाला अपना पारिश्रमिक लेने से इनकार कर दिया है।

जेल अधीक्षक डी. मौर्य ने बताया कि इस दौरान उन्होंने करीब 49,500 रपये कमाये हैं। सजा सुनाये जाने के बाद तलवार दंपति नवंबर 2013 से जेल के अंदर मरीजों का उपचार कर रहे हैं।

जेल चिकित्सक सुनील त्यागी ने बताया कि तलवार दंपति ने अधिकारियों को आश्वस्त किया है कि कैदियों के उपचार के लिये हर 15 दिन पर वे जेल आते रहेंगे।

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इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने अपने फैसले में कहा था कि ना तो परिस्थितियां और ना ही सबूत उन्हें दोषी ठहराने के लिये पर्याप्त हैं। तलवार के नोएडा स्थित घर में 16 मई 2008 को आरुषि तलवार मृत पायी गयी थी। हेमराज का शव भी अगले दिन छत पर उसके कमरे से बरामद हुआ था।

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