चाय निर्यात 2017 के पहले दस महीने में मामूली बढ़ा

Update: 2017-12-27 17:35 GMT
चाय का बागान।

कोलकाता (भाषा)। 2017 के पहले दस महीने में चाय के निर्यात में मामूली वृद्धि दर्ज की गई। चाय निर्यात में पिछले साल की तुलना में 6.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। चाय बोर्ड के आंकड़ों से यह जानकारी प्राप्त हुई।

जनवरी-अक्टूबर के दौरान भारतीय चाय का कुल निर्यात बढ़कर 18.968 करोड़ किलोग्राम पहुंच गया। पिछले साल इसी अवधि में चाय निर्यात 17.8 करोड़ किलोग्राम था। आंकड़ों के मुताबिक, मूल्य के लिहाज से भी आलोच्य अवधि में निर्यात 3,553.19 करोड़ रुपए से बढ़कर 3,724.34 करोड़ रुपए पहुंच गया। हालांकि, प्रति किलो इकाई मूल्य 2017 में घटकर 196.35 रुपए रहा, जो कि 2016 में 199.62 रुपए था।

देश-वार निर्यात के संदर्भ से, सीआईएस (राष्ट्रकुल के स्वतंत्र देश) राष्ट्रों के सदस्य के रुप में रुसी संघ 3.74 करोड़ किलोग्राम के साथ भारतीय चाय का सबसे बड़ा आयातक रहा। इसके बाद कजाकिस्तान और यूक्रेन का स्थान है।

18 प्रतिशत चाय बागानों की स्थिति खराब

चाय उत्पादन में दुनिया भर में भारत दूसरे नम्बर पर है लेकिन इसके बाद भी भारत में कई चाय बागान खतरे में हैं। चाय बोर्ड के अनुसार, भारत में जितने में भी चाय बागान हैं, उसमें से 18 प्रतिशत की स्थिति बहुत ही खराब है। देश के 16 राज्यों में चाय के बागान हैं। असम, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और केरल में देश का 95 प्रतिशत हिस्सा पैदा होता है। चाय बोर्ड के अनुसार पश्चिम बंगाल की दार्जिलिंग चाय दुनिया की सबसे महंगी और खुशबूदार चाय मानी जाती है, यहां पर लगभाग 86 बागान हैं, जहां चाय तैयार की जाती है।

चाय बोर्ड ने कहा कि अन्य प्रमुख आयातकों में ईरान (2.098 करोड़ किलो), संयुक्त अरब अमीरत (1.40 करोड़ किलो) अमेरिका (1.130 करोड़ किलो) और ब्रिटेन (1.120 करोड़ किलो) शामिल हैं। पाकिस्तान भी भारतीय चाय का प्रमुख आयातक देश है।

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