गांव से मुंबई पढ़ने गई इस बच्ची ने फेसबुक पर जो लिखा उससे आपका दिल भर आएगा
लखनऊ। सुविधा संपन्न होने के बावजूद हम अक्सर चिंतित रहते हैं। अक्सर कुछ कमी महसूस करते हैं। दरअसल हम भूल जाते हैं कि हमारे आसपास ही हजारों ऐसे छोटे बच्चे हैं, जो जीवन की बुनियादी चीजों से भी वंचित हैं। इन सुविधाओं में सबके लिए जरूरी शिक्षा भी है। जो विशेषाधिकार भी है।
ह्यूमन ऑफ बॉम्बे ने एक फेसबुक पोस्ट के माध्यम से एक लड़की की चर्चा की है जो अच्छी शिक्षा के लिए अपने माता-पिता से दूर हा जाती है। पांचवीं की छात्रा ने जो लिखा वो आपको रुला देगा। पोस्ट में लड़की के बारे में ज्यादा नहीं बताया गया है, लेकिन उसके विचार हमें उद्वेलित करते हैं। जब बच्चा अपनों से दूर होता है तो वो अक्सर टूट जाता है। लेकिन ये लड़की टूटती नहीं, अपने माता-पिता के सपनों को पूरा करना चाहती है।
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ये रही पूरी फेसबुक पोस्ट .....
"मैं एक छोटे से गांव से हूं। मेरे माता-पिता गांव में ही रहते हैं। लेकिन मैं मुंबई में अपनी चाची और चाचा के साथ रहती हूं। क्योंकि मैं पढ़ना चाहती हूं। उन्होंने मुझे बताया कि मैं अब बड़ी हो गई हूं क्योंकि मैं पांचवीं क्लास में पहुंच गई हूं। मैं ये साबित भी करना चाहती हूं कि मैं बड़ी हो गई हूं। इसलिए आज सुबह मैंने अपने स्कूल के सभी फॉर्म को खुद भर दिया। मैं अपने स्कूल से प्यार करती हूं, क्योंकि हम प्रतिदिन बहुत सी नई चीजें सीखते हैं। मैं जहां पढ़ती हूं वो एक मराठी माध्यमिक स्कूल है, इसके बावजूद हमें हिंदी और अंग्रेजी बोलने सिखाया जाता है। नए शब्द सीखने को लेकर मैं बहुत उत्साहित हूं।
आप बड़ी होकर क्या बनना चाहती हैं?
इसके बारे में मुझे अभी कुछ नहीं पता। मैं कुछ ऐसा ही करना चाहूंगी जो मेरे माता-पिता को मुझ पर गर्व कराए। उन्होंने मुझे इतनी दूर भेजा है ताकि मैं पढ़ सकूं। मैं इतना हासिल करना चाहता हूं कि वे पूरे गांव को मेरे बारे में बता सकें। मैं उन्हें बहुत याद करती हूं और मुझे पता है कि वे मुझे भी याद करते हैं, लेकिन जब भी मैं इस तरह से महसूस करती हूं, तो मैं सिर्फ अपनी किताबें खोलती हूं और पढ़ना शुरू कर देती हूं क्योंकि यही मुझे उनसे सबसे करीब महसूस करता है। "
पोस्ट पर सैकड़ों कमेंट अाए हैं। सभी कमेंट उत्साह बढ़ाने वाले हैं