लखनऊ (भाषा)। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल एवं कुलाधिपति राम नाईक ने लखनऊ स्थित डॉक्टर ए.पी.जे. अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) के निलम्बित कुलसचिव को बर्खास्त करने के लिये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है।
राजभवन की ओर से जारी बयान के मुताबिक राज्यपाल ने भ्रष्टाचार समेत कई आरोपों से घिरे एकेटीयू के निलम्बित कुलसचिव यू. एस. तोमर को बर्खास्त करने का निर्णय लिया है। नाईक ने इस सिलसिले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कल लिखे पत्र में तोमर को बर्खास्त करने के संबंध में आवश्यक आदेश पारित करने को कहा है।
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तोमर पर 44 कॉलेजों को उच्चतम न्यायालय के आदेश के विरुद्ध जानबूझकर सम्बद्धता प्रदान करने, शासन के एक पत्र में उल्लिखित रिट याचिकाओं में पैरवी ना करने तथा जानबूझकर न्यायालय में प्रतिशपथ-पत्र दाखिल ना करने, सत्र 2014-15 में कुलसचिव के रुप में अपने स्तर से अनाधिकृत बैंक खाता खोलकर एवं विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट से इतर किसी अन्य वेबसाइट को शुरु करते हुए संस्थाओं से ऑन-लाइन आवेदन प्राप्त करने तथा अपनायी गई प्रक्रिया में विश्वविद्यालय अधिनियमाविनियमों का अनुपालन ना करने समेत भ्रष्टाचार एवं अनुशासनहीनता के कई आरोप लगे थे।
राज्यपाल ने तोमर पर लगे आरोपों की जांच के लिये पांच नवम्बर 2015 को अवकाश प्राप्त न्यायममूर्ति एस. के त्रिपाठी की अध्यक्षता में एक जांच समिति का गठन किया था।
नाईक ने 23 नवम्बर 2015 को तोमर को कुलसचिव पद से निलंम्बित कर दिया था। जांच समिति ने पिछली 31 मई को अपनी 483 पन्नों की अंतिम जांच रिपोर्ट राज्यपाल को सौंपी थी। राज्यपाल ने गत 14 और 17 जुलाई को व्यक्तिगत रुप से उनको सुनवाई का अवसर प्रदान किया था। तोमर को सुनने के बाद नाईक ने 20 जुलाई को उन्हें अंतिम नोटिस जारी की थी।