लखनऊ। कोआर्डिनेशन कमेटी की बैठक में जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के पुलिस प्रमुख को शामिल हुए। हालांकि इस बैठक में पंजाब और हिमाचल के पुलिस प्रमुख के स्थान पर अन्य पुलिस अधिकारी शामिल हुए।
बैठक में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, "पुलिस आम जनता के साथ दोस्ताना व्यवहार करें तो इसका फायदा सूचना तंत्र एकत्र करने में अपने आप मदद मिलेगी। सीएम ने कहा कि, “हमे विश्वास जगाना होगा कि लोग पुलिस पर भरोसा कर अपने आस-पास के अपराधियों की जानकारी दें। आम जनता के इस सहयोग से खुद बा खुद अपराधों में कमी आयेगी और अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजने में पुलिस को मदद मिलेगी।”
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उत्तर भारत में बढ़ते अपराध पर और अपराधियों की सक्रियता को देखते हुए ज्यादातर राज्यों के लिए यह एक चिंता का विषय है। इस कैंसर नुमा बीमारी को जड़ से उखाड़ने के मकसद से उत्तर प्रदेश पुलिस ने एक कदम आगे बढ़ा नॉर्थ इंडिया के राज्यों में कोऑर्डिनेशन बनाने के लिए लखनऊ में एक बैठक की।
इस बैठक में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कार्यक्रम में शामिल आठ राज्यों से आये पुलिस प्रमुखों को संबोधित किया। साथ ही एसएसबी, आरपीएफ, सीआईएसएफ और सीआरपीएफ के बड़े अफसरों ने भी बैठक में हिस्सा लिया। बैठक की अध्यक्षता यूपी के डीजीपी सुलखान सिंह ने किया। नेशनल लेवल पर पुलिस कोआर्डिनेटर कमेटी के नार्थ, साउथ, ईस्ट, वेस्ट और नार्थ-ईस्ट कुल पांच रीजन बनाए गए हैं। उत्तर प्रदेश नार्दर्न रीजन में शामिल है। इससे पहले पंजाब और हिमाचल इसमें शामिल थें।
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डीजीपी सुलखान सिंह ने कहा कि, बैठक में इंटरस्टेट बॉर्डर डिसप्यूट, मादक पदार्थो और हथियारों की स्मलिंग, वाहन चोरी, साइबर क्राइम को लेकर कोऑर्डिनेशन, कम्यूनिटी पुलिसिंग, पुलिस वेलफेयर, डिजास्टर मैनजमेंट जैसे मुद्दे शामिल थे।
कांग्रेस शासित राज्यों के नहीं आए डीजीपी
यूपी में नार्थ इंडिया कोआर्डिनेशन कमेटी की बैठक में छह राज्यों के पुलिस प्रमुख तो पहुंचे, लेकिन इस मीटिंग में हिमाचल और पंजाब के डीजीपी मौजूद नहीं रहे। उनके प्रतिनिधि के रूप में पुलिस के अन्य दूसरे अधिकारियों ने भाग लिया। वहीं बैठक में राज्यों के डीजीपी सहित एनडीआरएफ, एनआईए, एनएसजी, एनसीआरबी, सीबीआई, एनसीबी और आईबी सुरक्षा एजेंसियों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे।
यूपी एसटीएफ ने गिनाए गुडवर्क
नार्थ इंडिया कोआर्डिनेशन कमेटी की बैठक में यूपी एसटीएफ के आईजी अमिताभ यश भी शामिल हुए। उन्होंने एसटीएफ द्धारा किए गये गुडवर्क को कार्यक्रम में मौजूद अन्य राज्यों के डीजीपी को बताया। अमिताभ यश ने कहा कि, यूपी एसटीएफ ने बीते छह माह में अबतक बड़े 24 अपराधियों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है। उन्होंने कहा कि, गिरफ्तार अपराधियों में ज्यादातर संगठित अपराध को अंजाम दे रहे थे, जिनकी गिरफ्तारी के बाद से बड़े अपराधियों की यूपी कमर टूट गई है।