सोनभद्र: गड्ढे का पानी पीने को मजबूर है यह परिवार

इस परिवार को नदी के दूसरे पार से पानी लेना पड़ता है। अगर बरसात में नदी का पानी बढ़ जाये और पानी का स्तर जल्दी ना घटे तो निश्चित तौर पर इस परिवार को सीधे नदी का बरसाती पानी ही पीना पड़ेगा जो इस परिवार के लिए बीमारी का कारण बनेगा।

Update: 2018-07-09 11:52 GMT

दुद्धी (सोनभद्र)। पैंतालीस वर्षीय पिन्टु चेरो को जब शाहपुर गाँव में पट्टे पर ज़मीन मिली थी तो वह काफी खुश थे कि अब अपने परिवार का और बेहतर तरीके से लालन पोषण कर सकेंगे। लेकिन पिछले कई वर्षों से इस गाँव मे न तो बिजली की कोई व्यवस्था है और न ही पानी की कोई सुविधा है यहां तक कि वो गड्ढे का पानी पीने को मजबूर है। उन्हें अब कभी-कभी लगता है कि इससे बेहतर जंगल ही था।

दुद्धी तहसील मुख्यालय से चार किलोमीटर की दूरी पर पिपरडीह ग्राम सभा में शाहपुर गाँव के पिन्टु चेरो अपनी पत्नी और छह बच्चे के साथ एक कच्चे मकान में रहता है, जो बियावान जंगल का रूप है वहाँ पर किसी प्रकार की कोई व्यवस्था नही है।

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चेरो ने पट्टे पर मिली जमीन पर मकान बनाया है और खेती बाड़ी करता है। जैसे तैसे अपने परिवार का खर्चा चलाता है। पिन्टु चेरो बताते हैं, जो पैदा हो गया तो हो गया नही तो मेहनत करके ही जीना है। न बिजली है न पानी और न ही शौचालय बना हुआ है। प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना का भी लाभ नही मिला। गड्ढे का पानी पी कर गुजरा करना पड़ता है।

इस परिवार को नदी के दूसरे पार से पानी लेना पड़ता है। अगर बरसात में नदी का पानी बढ़ जाये और पानी का स्तर जल्दी ना घटे तो निश्चित तौर पर इस परिवार को सीधे नदी का बरसाती पानी ही पीना पड़ेगा जो इस परिवार के लिए बीमारी का कारण बनेगा। 

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