काठमांडो (भाषा)। भारत ने 1857-58 में ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंकने वाली बेगम हजरत महल की तारीफ करते हुए कहा कि उनके जैसे लोगों के कारण देश को आजादी की प्रेरणा मिली।
दुनिया से जुड़ी सभी बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करके इंस्टॉल करें गाँव कनेक्शन एप
भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में बेगम के योगदान को याद करते हुए नेपाल में भारत के राजदूत मंजीव सिंह पुरी ने उनकी 138 वीं पुण्यतिथि पर यहां उनके मकबरे पर श्रद्धांजलि दी।
पुरी ने यहां एक समारोह में कहा, ‘‘1857 का स्वतंत्रता आंदोलन भारत के इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान रखता है और बेगम हजरत जैसे लोगों से मिली प्रेरणा के कारण ही हम अब आजाद हैं। '' भारत के शुरुआती महिला स्वतंत्रता सेनानियों में से एक बेगम ने 1859 में नेपाल में शरण ली थी. सात अप्रैल 2017 को बेगम की 138 वीं पुण्यतिथि है।
नेपाल के तत्कालीन प्रधानमंत्री जंग बहादुर राणा ने बेगम को शरण दी थी, जिन्होंने 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा लिया था। वर्ष 1820 में जन्मीं बेगम ने दो दशक से ज्यादा समय नेपाल में गुजारे और 1879 में उनका निधन हो गया। उनके निधन के बाद जामा मस्जिद में एक मकबरा बनाया गया।