'बजरंगबली और अली' का विवाद पैदा करने वाली ताकतों से सावधान रहें: मायावती
लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती ने शनिवार को चेताया कि चुनावी स्वार्थ के लिए 'बजरंगबली और अली' का विवाद पैदा करने वाली ताकतों से सावधान रहने की आवश्यकता है। मायावती ने बयान जारी कर देश और उत्तर प्रदेश वासियों को रामनवमी की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा, ''रामनवमी की देश व प्रदेशवासियों को बधाई व शुभकामनाएं तथा उनके जीवन में सुख व शान्ति की कुदरत से प्रार्थना।'' उन्होंने साथ ही कहा, ''ऐसे समय में जब लोग श्रीराम के आदर्शों का स्मरण कर रहे हैं, तब चुनावी स्वार्थ हेतु बजरंग बली व अली का विवाद व टकराव पैदा करने वाली सत्ताधारी ताकतों से सावधान रहना है।''
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बसपा सुप्रीमो ने जलियांवाला बाग के शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा, ''जलियाँवाला बाग़ त्रासदी के आज 100 वर्ष पूरे हो गए। आजादी के लिए अपने प्राणों की आहूति देने वाले शहीदों को श्रद्धा-सुमन अर्पित एवं उनके परिवारों के प्रति गहरी संवेदना।'' उन्होंने कहा, ''काश, भारत सरकार इस अति-दुःखद घटना के लिए ब्रिटिश सरकार से माफी मंगवाकर देश को संतोष दिलाने में सफल हो पाती।''
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मायावती ने अपने बयान में राफेल का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि राफेल रक्षा जांच के बाद चुनावी चन्दे के मामले में बीजेपी की पीएम श्री मोदी सरकार को आज फिर मा सुप्रीम कोर्ट में तगड़ा झटका लगा व उनकी शर्मनाक हार हुई। बीजेपी को बड़े-बड़े पूंजीपतियों/ धन्नासेठों से चुनावी बाण्ड के माध्यम से कितना अकूत धन मिलता है यह चुनाव आयोग को अब बताना होगा।
अब बीजेपी व इनके निरंकुश नेताओं को कम्बल ओढ़ कर घी पीते रहने के बजाए उन्हें चुनाव आयोग को यह बताना ही होगा कि कौन उद्योगपति/ धन्नासेठ चुनावी बाण्ड के रूप में उन्हें कितना अकूत धन दे रहा है तथा उनकी शान-शौकत, शाह खर्ची व चुनाव में धनबल के प्रयोग आदि का असली रहस्य क्या है?