एक महिला ने अपने 15 दिन के बेटे को 42 हजार रुपए में बेच दिया था। मामला मीडिया में आने के बाद प्रशासन हरकत में आया और बच्चे को बरामद कर उसे मॉ को सौंप दिया। जानकारी के मुताबिक एसडीएम नवाबगंज कुंवर पंकज ने पहले कोटेदार को राशन देने के निर्देश दिए। सुबह 6 बजे हरस्वरूप की पत्नी संजू को लेकर बहेड़ी के गांव बसंत नगर निवासी जीवन लाल के घर पहुंचे और उससे नवजात बच्चे को उसकी मां संजू को दिलाया। इसके साथ ही बैंक ऑफ बड़ौदा की रिठौरा शाखा में उसका एकांउट भी खुलवा दिया।
ये था मामला
जानकारी के मुताबिक हाफिजगंज के गाँव ढकिया निवासी हरस्वरूप मौर्य मजदूरी करके घर का पालन- पोषण करता है। हरस्वरूप ने बताया उत्तराखंड के खटीमा में मजदूरी के दौरान दीवार ढहने से उसके दोनों पैर खराब हो गए। पैसे न होने के कारण वो इलाज नहीं करा पाया। इस वजह से वो कहीं और नौकरी नहीं कर पाया।
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पेट पालने के लिये हरस्वरूप ने लोगों से पैसे उधार लिये। इसी दौरान उसकी पत्नी मंजू ने तीसरे बेटे को जन्म दिया। महिला को किसी से भी मदद की उम्मीद नहीं थी। पति का इलाज करवाना भी जरूरी था इसलिये महिला ने अपने बेटे को 42 हजार रुपए में बेच दिया।
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डीएम ने जांच का दिया आदेश
सूत्रों के मुताबिक डीएम राघवेंद्र विक्रम सिंह ने नवाबगंज एसडीएम से पूरे मामले की रिपोर्ट मंगलवार तक देने को कहा है। वहीं, बहेड़ी के एसडीएम व सीओ को बच्चा लेने वाले व्यक्ति की जानकारी कर बच्चे को बरामद करने और उसे हरस्वरूप के परिवार को सौंपने के निर्देश दिए।
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