घर-घर लगे गिलोय, सरकार ने शुरू किया अभियान

Update: 2018-11-20 07:35 GMT

दिल्ली। राजधानी दिल्ली में आयुष मंत्रालय, भारत सरकार और नेशनल मेडिसिनल प्लांट्स बोर्ड की ओर से ‛गिलोय' पर नेशनल कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। यह पहला अवसर है जब गुणों की खान के रूप में प्रचलित गिलोय यानी अमृता यानी गुडूची पर इतनी बड़ी कंपैन शुरू की गई है, उद्देश्य है आमला और ग्वारपाठे की तरह लोग इसके गुणों से भी वाकिफ हों और गिलोय घर-घर लगे।

इस ऐतिहासिक आयोजन में देशभर से आयुर्वेद, फॉरेस्ट, कृषि, पर्यावरण, फार्मासूटिकल आदि क्षेत्रों की विशिष्ट हस्तियां जुटीं। इस मौके आयुष मंत्रालय के सचिव पद्मश्री वैध राजेश कोटेचा, जॉइंट सेक्रेटरी रोशन जग्गी, पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी बीएस सजवान (नेशनल मेडिसिनल प्लांट्स बोर्ड), मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रोफेसर तनुजा मनोज नेसरी (नेशनल मेडिसिनल प्लांट्स बोर्ड) सहित नेशनल मेडिसिनल प्लांट्स बोर्ड की डिप्टी सीईओ पदमप्रिया बालाकृष्णन भी मौजूद थे।

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इस अवसर पर गिलोय कंपैन का लोगो, ब्रोशर और ऑनलाइन सबमिशन पोर्टल लांच की गई। पूरा कार्यक्रम 3 हिस्सों में बंटा था।

राजस्थान से भी पहुंचे लोग

देशभर से आए प्रतिभागियों में राजस्थान से भी नौ व्यक्तियों ने शिरकत की जिनका नेतृत्व हमेशा की तरह राकेश कुमार चौधरी (सदस्य, नेशनल मेडिसिनल प्लांट्स बोर्ड, आयुष मंत्रालय, भारत सरकार) ने किया। कृषि एवं पर्यावरण पत्रकार मोईनुद्दीन चिश्ती सहित प्रगतिशील किसान अजीतसिंह पूनिया, मोहन राम सारण, लालसिंह, रंजीत सिंह, संदीप, ईश्वरराम, अरविंद पंडित ने सहभागिता की।

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टेक्निकल सेशन "TINOSPORA CORDIFOLIA-AMRITA FOR LIFE" में प्रगतिशील किसान राकेश कुमार चौधरी ने भी देशभर से आए एक्सपर्ट्स के सामने गिलोय की खेती से जुड़ी बारीकियों को सबके सामने रखा। उन्होंने विश्वास जताया कि इस राष्ट्रव्यापी मुहिम से अमृता कहलाने वाली गिलोय अब घर घर की शोभा बन सकेगी।

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