नहरें साफ नहीं हुईं तो किसान करेंगे प्रदर्शन  

Update: 2017-06-24 13:00 GMT
कई महीनों से नहीं हुई सफाई।

स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क

जौनपुर। धान की नर्सरी डालने का वक्त आ गया हैं लेकिन अभी तक नहरों की सफाई और उसमें पानी का कुछ पता ही नहीं है। वहीं दूसरी ओर किसानों में नहरों की सफाई न होने को लेकर आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। किसानों का कहना है कि एक सप्ताह के अंदर यदि नहरें साफ नहीं होती और उसमें पानी नहीं आता तो रोड पर उतरकर प्रदर्शन करेंगे।

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इन दिनों धान की नर्सरी डालने का समय है, जिले के ज्यादातर किसान इस इंतजार में हैं कि कब नहरों की सफाई हो और उसमें पानी आए तो धान की नर्सरी डाली जाए। करीब एक माह पहले से जिले में 340 नहरों को साफ करने का काम चल रहा हैं, लेकिन काम क्या गति है कि इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता हैं कि अभी तक ज्यादातर ग्रामीण क्षेत्रों में नहरें साफ ही नहीं हुई हैं। ऐसे में किसान कैसे धान की नर्सरी लगा सकेंगे।

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महाराजगंज के श्यामराज सिंह (38 वर्ष) का कहते हैं, "सरकार सिर्फ ऐलान करती है कि किसानों के लिए काम कर रही है, लेकिन यदि ऐसा होता तो अब तक नहरों की सफाई हो चुकी होती है। आलम यह है कि नहरों में पेड़ उग गए हैं। सिल्ट जमी है और जलकुंभी है। ऐसे में नहरों में पानी नहीं है। धान की नर्सरी कैसे डाली जाए।"

सिंचाई विभाग के नोडल अधिकारी एसके सिंह कहते हैं, "बदलापुर क्षेत्र में नहरों की सफाई की जिम्मेदारी सहायक समितियों की है। वह लापरवाही बरत रही हैं। इसके चलते नहरों की सफाई का कम तेजी के साथ नहीं हो पा रहा है।"

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