सरकार ने प्याज के निर्यात पर रियायतें 31 मार्च तक बढ़ाई

Update: 2017-01-02 15:04 GMT
एशिया के सबसे बड़े महाराष्ट्र के लासलगांव प्याज बाजार में पिछले महीने इसकी थोक कीमत 42 प्रतिशत घटकर 7.40 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई।

नई दिल्ली (भाषा)। प्याज की थोक कीमतों पर अंकुश और किसानों के हितों के संरक्षण के लिए केंद्र ने प्याज पर रियायतों को तीन महीने के लिए 31 मार्च तक बढ़ा दिया है।

एशिया के सबसे बड़े महाराष्ट्र के लासलगांव प्याज बाजार में पिछले महीने इसकी थोक कीमत 42 प्रतिशत घटकर 7.40 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई। एक साल पहले समान अवधि में इसकी औसत कीमत 12.80 रुपये प्रति किलोग्राम थी। देश के प्रमुख प्याज उत्पादक महाराष्ट्र ने केंद्र सरकार से भारत से वस्तुओं का निर्यात योजना (एमईआईएस) के तहत पांच प्रतिशत के निर्यात प्रोत्साहन को 31 मार्च से आगे बढ़ाने की मांग की थी। यह प्रोत्साहन ताजा और भंडार वाले प्याज दोनों के लिए है।

विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने एक नई सार्वजनिक सूचना में कहा है, ‘‘प्याज पर बंदरगाह तक पहुंचाने तक पांच प्रतिशत का एमईआईएस लाभ ताजा और भंडार वाले प्याज पर तीन महीने के लिए और बढ़ाकर 31 मार्च, 2017 तक किया जा रहा है।'' फिलहाल 2016-17 के खरीफ सत्र के लिए प्याज की आवक काफी तेजी से हो रही है। न केवल महाराष्ट्र बल्कि कर्नाटक, मध्य प्रदेश, राजस्थान तथा गुजरात में भी काफी प्याज की आवक हो रही है।

कृषि मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘ताजा खरीफ फसल की आवक बढपे की वजह से कीमतों पर दबाव है। दैनिक आवक से पता चलता है कि प्याज का उत्पादन अधिक रहा है, हालांकि, बुवाई क्षेत्र कम रहा है।''

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