मुंबई (भाषा)। विगत दो वर्षों से घटती ग्रामीण आय, बेहतर मानसून, किसानों के लिए कम उत्पादन लागत और फसलों की उपज में सुधार के चलते चालू वित्तवर्ष में करीब 20 प्रतिशत वृद्धि हासिल करने के रास्ते पर है। एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
घरेलू ब्रोकरेज फर्म जेएम फाइनेंशल इंस्टीट्यूशनल सिक्योरिटीज की एक रिपोर्ट में कहा गया है, कुल मिलाकर हमारा मानना है कि ग्रामीण आय में 36 प्रतिशत हिस्सा रखने वाली कृषि आय में कुल मिलाकर 20 प्रतिशत वृद्धि हासिल हो सकती है जबकि ग्रामीण आय में 64 प्रतिशत हिस्सा रखने वाली गैर-कृषि आय में एकल अंक की वृद्धि का समर्थन जारी रहने की संभावना है। इसमें कहा गया है कि दहाई अंक की यह उच्च वृद्धि दर अगली तीन तिमाहियों तक जारी रहेगी।
रिपोर्ट के अनुसार ब्रोकरेज फर्म का यह अनुमान 10 राज्यों के 14 जिलों की यात्रा पर आधारित है। इन दस राज्यों में पंजाब, बिहार, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, हरियाणा, कर्नाटक, तमिलनाडु महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश शामिल हैं। उसके मुताबिक ये राज्य देश की कृषि जीडीपी में 69 प्रतिशत योगदान रखते है और इसके आधार पर उसने अपने पहले के अनुमान को दोहराया है।