एमपी में तीसरी बार बढ़ी चना खरीद की तारीख, किसानों को लेकर दबाव में सरकार
उन्होंने बताया कि चालू रबी में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर नेफेड ने 14.60 लाख टन रिकार्ड चना की खरीद की है।
मध्य प्रदेश में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने हैं, इसलिए राज्य की बीजेपी सरकार दलहन किसानों की नाराजगी मोल लेना नहीं चाहती। यही कारण है कि राज्य से समर्थन मूल्य पर चल रही चना की खरीद की तारीख को एक बार फिर बढ़ाकर 20 जून 2018 कर दिया है और केंद्र सरकार ने भी इसकी मंजूरी दे दी है।
नेफेड के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, मध्य प्रदेश से चना की समर्थन मूल्य पर खरीद 9 जून तक की जानी थी, लेकिन उत्पादक मंडियों में चना की दैनिक आवक को देखते हुए राज्य सरकार ने खरीद की तारीख को बढ़ाकर 20 जून कर दिया है। इससे पहले भी राज्य सरकार ने खरीद की तारीख को 31 मई से बढ़ाकर 9 जून कर दिया था।
चालू रबी में चना की रिकार्ड खरीद
उन्होंने बताया कि चालू रबी में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर नेफेड ने 14.60 लाख टन रिकार्ड चना की खरीद की है। अभी तक हुई कुल खरीद में सबसे ज्यादा मध्य प्रदेश से 9.09 लाख टन, राजस्थान से 2.67 लाख टन और महाराष्ट्र से 88,709 टन चना की खरीद हो चुकी है।
मध्य प्रदेश से सबसे ज्यादा उत्पादन
चना के अलावा निगम से 2.10 लाख टन मसूर की खरीद समर्थन मूल्य पर की है, इसमें मध्य प्रदेश से 2.07 लाख टन की खरीद हुई है। कृषि मंत्रालय के तीसरे आरभिंक अनुमान के अनुसार फसल सीजन 2017-18 में चना का रिकार्ड उत्पादन 111.6 लाख टन होने का अनुमान है, जबकि पिछले साल इसका उत्पादन 93.8 लाख टन का हुआ था।
यह भी पढ़ें : मध्य प्रदेश से ग्रांउड रिपोर्ट : किसान को ही समय से पैसा नहीं, फिर मजदूर का क्या ?
यह भी पढ़ें : मोटे अनाजों की अनदेखी कर चावल से कुपोषण दूर करेगी सरकार, होंगे करोड़ों रुपए खर्च