प्रतापगढ़ में कोरोना के मरीज मिलने लोगों में दहशत, लोगों ने कहा अब तो घर से बाहर निकलने में भी डर लगता है

प्रतापगढ़ जिले में एक गाँव की मस्जिद में तीन कोरोना संक्रमित मिलने से लोग डर गए हैं। ऐसे समय मे जब गेहूं कटाई का समय है, कोरोना के तीन संक्रमित मिलने से लोग घरों से नहीं निकल रहे हैं। पुलिस ने आसपास के पूरे इलाके को बंद कर दिया है।

Update: 2020-04-04 10:04 GMT

उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के कई गाँव के लोग डरे हुए हैं, सभी को यही लग रहा था कि कोरोना का संक्रमण तो शहरों में ही है, लेकिन यहां भी कोरोना के तीन मरीज मिल गए।

यहां की नरसिंहगढ़ मस्जिद में पिछले कई दिनों से रुके हुए तीन जमातियों में कोरोना पाए जाने के बाद आस-पास के कई गांव के लोग डर गए हैं।

जिस मस्जिद में ये जमाती रुके हुए थे वो मेरे घर से करीब 4 किमी दूर होगा, जैसे ही तीन जमाती पॉजिटिव निकले लोग तरह-तरह की बातें बनाने लगें हैं। पुलिस ने आसपास के बाजार और मस्जिदों को पूरी तरह से बंद करवा दिया है।

जिस मस्जिद में जमाती ठहरे हुए थे, उसी मस्जिद का मौलवी का भाई नाई का काम करता है, लॉकडाउन के बाद से वो गांव में जाकर लोगों बाल काटने लगा था। जैसे ही रिपोर्ट आयी अब वो लोग भी डर गए हैं, जिन्होंने पिछले दो-तीन दिनों में बाल कटवाया था या फिर दाढ़ी बनवाई थी।

21 दिन के लॉकडाउन के बाद भी लोग बाहर निकल रहे थे, एक जगह इकट्ठा हो रहे थे, जैसे पुलिस को देखते घरों में चले जाते बाकी समय ऐसे घूमते जैसे कि कोरोना का उन्हें संक्रमण ही नहीं होगा।

आसपास के कई गांव में कोई भी खरीददारी करनी होती है, प्रयागराज-फैज़ाबाद रोड पर बसे देल्हुपुर बाजार ही आते हैं। लोगों की माने तो उन जमातियों में से कई जमाती कई बार बाजार में आये थे और एक मेडिकल स्टोर पर तो लगातार बैठते थे। अब पिछले एक हफ्ते में जितने लोग भी मेडिकल स्टोर या आसपास गए उनमें डर भर गया है। यहां पर भी एक मस्जिद है जहां पर जमाती आते रहते थे। पुलिस ने यहां पर पूरी तरह से कर्फ्यू लगा दिया है।

लेकिन जैसे ही तीन लोगों की संक्रमण की बात आयी, लोग घरों में बैठ गए हैं। शायद लोग इंतज़ार करते रहते हैं कि पहले लोग बीमार हो उसके बाद ही सोशल डिस्टेंसिंग अपनाएंगे।

लेकिन डर जायज़ भी है, जब पूरी दुनिया कोरोना से लड़ रही है, हर दिन मरीजों की संख्या बढ़ रही है। देशभर में कोरोना वायरस पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या बढ़कर 2902 हो गई है। इनमें 2650 सक्रिय हैं, जिनका अस्पतालों में इलाज चल रहा है। वहीं 183 लोग स्वस्थ हो चुके हैं या उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है और 68 लोगों की मौत हुई है।

प्रतापगढ़ के नरसिंहगढ़ स्थित मस्जिद से 15 लोगों को पकड़ा गया था। ये सभी लोग दिल्ली स्थित मरकज से प्रतापगढ़ आए थे। इनमें से चार लोग 22 फरवरी को ही प्रतापगढ़ आ गए थे जबकि 11 लोग 14 मार्च को पहुंचे थे।

प्रशासन ने सभी लोगों को नरसिंहगढ़ पीएचसी में ही क्वारंटीन कर दिया। गुरुवार को 14 मार्च को प्रतापगढ़ आने वाले 11 लोगों को एहतियातन जिला अस्पताल लाया गया। सभी को आइसोलेशन वार्ड में रखने के बाद नमूना लेकर जांच के लिए केजीएमसी लखनऊ भेजा गया। शुक्रवार को जांच के बाद इनमें से तीन लोग कोविड-11 से संक्रमित मिले।

अब पुलिस पता कर रही है कि ये लोग अब तक कितने लोगों के संपर्क में आये हैं। इस बारे में प्रतापगढ़ पुलिस अधीक्षक अभिषेक ने फोन पर बताया, "हमने दोनों मस्जिदों को सील कर दिया है और अभी पता कर रहे हैं कि ये लोग किसके संपर्क में थे और इनका खाना कहां से आता था, हम पूरी तहकीकात कर रहे हैं।"

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, दो दिन में 14 राज्यों में 800 ऐसे पॉजिटिव मरीज मिले हैं, जो तब्लीगी जमात से जुड़े है। वहीं, बीते 24 घंटे में 15 मौतें हुई हैं, जिनमें कई जमात से जुड़े हैं।

स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने शुक्रवार को बताया कि दो दिन में तब्लीगी जमात से जुड़े 647 मरीज मिले हैं। लॉकडाउन व सामाजिक दूरी के कारण देश में पहले इस अनुपात में मरीज नहीं आ रहे थे। लेकिन रात को जब राज्यों के आंकड़े आए तो जमात से जुड़े मरीज करीब 800 हो गए। इनमें अकेले तमिलनाडु के 100 और नए केस जुड़ गए हैं। वहां अब कुल 411 कुल संक्रमित हैं और 1580 संदिग्ध अस्पतालों में भर्ती हैं।

इससे पहले अग्रवाल ने कहा था कि दिल्ली समेत अंडमान-निकोबार, असम, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, झारखंड, कर्नाटक, महाराष्ट्र, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में भी जमात से जुड़े संक्रमित मिले हैं। हमें यह समझना होगा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई मिलकर ही लड़ सकते हैं। एक गलती से हम और पीछे चले जाएंगे।

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