कोरोना लॉकडाउन संकट में गरीबों और मजदूरों के मदद के लिए आगे आईं रानी रामपाल और उनकी टीम

कप्तान रानी रामपाल के नेतृत्व में भारतीय महिला हॉकी टीम जुटा रही है फंड, एक हजार से अधिक परिवारों को मदद करने का है लक्ष्य

Update: 2020-04-18 09:49 GMT

कोरोना लॉकडाउन से पैदा हुए संकट की सबसे अधिक मार प्रवासी मजदूरों और गरीबों पर पड़ी है। सरकार के तमाम उपायों के बावजूद रोजाना तमाम ऐसी खबरें आ रही हैं जिसमें प्रवासी मजदूर और शहरी गरीब खाने और राशन के लिए संघर्ष करते दिख रहे हैं। ऐसे में तमाम लोग उनकी सहायता के लिए आगे आ रहे हैं।

भारतीय महिला हॉकी टीम भी ऐसे लोगों की सहायता के लिए आगे आई है। कप्तान रानी रामपाल के नेतृत्व में पूरी महिला हॉकी टीम सोशल मीडिया के जरिये फंड जुटाने की कोशिश कर रही है। इस कार्य के लिए महिला हॉकी टीम की सभी खिलाड़ी सोशल मीडिया खासकर ट्वीटर के जरिये लोगों को फिटनेस चैलेंज देंगी और उस चैलेंज में 10 नए लोगों को टैग किया जाएगा। इन लोगों से चैलेंज को पूरा करने के साथ-साथ 100 रुपये या उससे अधिक दान देने की गुजारिश की जाएगी।

हर दिन प्रत्येक महिला खिलाड़ी एक नई चुनौती देंगी, जिसमें बर्पी, लुंजेस, स्क्वैट्स टू स्पाइडर-मैन पुशअप्स और पोगो हॉप्स जैसे व्यायाम शामिल हैं। इस तरह से सहयोग इकट्ठा कर उदय फाउंडेशन को दिया जाएगा, जो गरीबों को राशन और खाना उपलब्ध कराता है। चैलेंज के तहत पहले दिन रानी रामपाल और उनकी टीम ने 500 स्किप रोड जंप किए, जबकि दूसरे दिन उन्होंने पुश अप और डिप्स चैलेंज दिया।

रानी रामपाल ने इस मुहिम के बारे में बात करते हुए कहा, "लॉकडाउन के इन दिनों में हम हर रोज अखबारों और सोशल मीडिया में बहुत सारे लोगों को भोजन के लिए संघर्ष करते हुए देख रहे हैं। यह सब काफी निराश करने वाला है। इसलिए हमने एक टीम के रूप में इन लोगों को मदद करने के लिए कुछ करने का फैसला किया है।"

इसके तहत जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल विभिन्न स्थानों पर रह रहे प्रवासी श्रमिकों और झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले बीमार लोगों के लिए बुनियादी आवश्यकताएं जैसे- भोजन, सूखा राशन और दवा उपलब्ध कराने के लिए किया जाएगा। इसके अलावा लोगों को साफ सफाई के लिए जरूरी सामान जैसे- सैनेटाइजर और साबुन भी उपलब्ध कराए जाएंगे।

फिटनेस चैलेंज के आइडिया के बारे में उन्होंने कहा, "इस समय अधिकतर लोग लॉकडाउन की वजह से घरों में बंद हैं और उनके लिए करने को काफी कम काम है। इसलिए हमने सोचा कि ऑनलाइन फिटनेस चैलेंज फंड जुटाने का सबसे अच्छा तरीका होगा। इससे हम लोगों से राष्ट्रव्यापी बंद के दौरान एक्टिव और फिट रहने का भी आग्रह करेंगे। इस पहल के माध्यम से हमारा लक्ष्य कम से कम 1000 परिवारों के भोजन के लिए पर्याप्त धन जुटाना है।"

टीम की उपकप्तान और गोलकीपर सविता पूनिया भी अपनी कप्तान के इस मुहिम को लेकर उत्साहित हैं। उन्होंने कहा, ''हम हर दिन एक नया और मजेदार फिटनेस चैलेंज देंगे जो किसी के द्वारा भी किया जा सकता है। जो भी इस चुनौती को स्वीकार करेगा वह 100 रुपये या उससे अधिक का दान कर सकता है।"

सविता ने कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि लोग इस नेक काम के लिए उनकी टीम का समर्थन करेंगे। उन्होंने कहा, ''हमें पता है कि गरीबी और अभाव में जीना क्या होता है। भारतीय महिला हॉकी टीम में अधिकतर खिलाड़ी गरीब पृष्ठभूमि से आते हैं। हमने ऐसे दिन देखे हैं, जब हमें भोजन और अन्य बुनियादी चीजों के लिए संघर्ष करना पड़ता था। लेकिन जब आज ऐसी स्थिति में हैं कि हम कुछ कर सकते हैं तो हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि गरीब लोगों को भोजन और सैनिटरी किट जैसी बुनियादी सुविधाएं मिल सकें।"

मिल रहा लोगों का समर्थन

भारतीय महिला हॉकी टीम के इस मुहिम का मंत्रियों, नेताओं, अभिनेताओं, खिलाड़ियों और आम लोगों का समर्थन मिल रहा है। रानी रामपाल हर एक दानदाताओं को शुक्रिया भी बोल रही हैं।

केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजेजू ने कहा कि हमारी टीम फील्ड के अंदर हो या बाहर हर समय हमें गर्व महसूस करने का मौका देती है। उन्होंने फिटनेस चैलेंज स्वीकार करते हुए लोगों से भी इस चैलेंज में भाग लेने और सहयोग करने की अपील की।

वहीं पूर्व भारतीय हॉकी कप्तान और महान हॉकी खिलाड़ी धनराज पिल्लै ने भी रानी रामपाल और उनकी टीम के इस पहल की सराहना की। उन्होंने ट्वीटर पर लिखा, "मुझे अपने लड़कियों पर गर्व है। मैं अपने साथ खेले सभी अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों को इस मुहिम में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित करता हूं।"

इस मुहिम के पहले दिन लगभग 1.5 लाख रूपये का फंड जुटा। हॉकी इंडिया ने लोगों को दूसरे दिन भी इस मुहिम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की अपील की है ताकि 1000 परिवारों के भोजन-राशन का लक्ष्य पूरा किया जा सके। 

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