ये महिला बाइकर्स जिस गाँव से गुजरती हैं एक ख़ास संदेश दे जाती हैं

Update: 2017-07-06 15:55 GMT
महिला बाइकर्स की रैली लखनऊ से बनारस तक गई।

स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क

लखनऊ।पिछले दिनों महिला बाइकर्स का एक दल लखनऊ से बनारस तक गया। लेकिन बाइकर्स के इस दल का एक मकसद था, जिसे लोगों ने खूब सराहा भी। ये लोग जहां पहुंची, लोगों ने जोश के साथ स्वागत किया।

योगी सरकार के 100 दिन पूरे होते ही महिलाओं व किशोरियों की सुरक्षा और कन्या भ्रूण हत्या को रोकने शुरू हुई महिला हेल्पलाइन 181 और रेस्क्यू वैन योजनाओं को गाँव-गाँव तक पहुंचाने के लिए रविवार को महिला बाइकर्स रैली की शुरुआत हुई।

राजधानी से शुरू हुई इस तीन दिवसीय रैली को कैबिनेट मंत्री महिला एवं बाल विकास विभाग रीता बहुगुणा जोशी ने हरी झंडी दिखाई। रैली के माध्यम से एक लाख ग्रामीणों को इन सरकारी योजनाओं की जानकारी दी जाएगी। ईद का त्यौहार छोड़कर कन्या भ्रूण हत्या के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए बुर्का पहने आयशा अमीना(21 वर्ष) भी इस रैली में शामिल हुईं।

ये भी पढ़ें- किसान का दर्द : यूपी में पैदा हुए आलू का एक फीसदी भी नहीं खरीद पाई सरकार

खुश होकर वह बताती हैं, “मेरे लिए त्यौहार से बढ़कर देश सेवा है, महिलाओं की सुरक्षा हो, लड़कियों को कोख में न मारा जाए, यही हमारा सन्देश है, त्यौहार तो हर साल आएगा, पर शायद ये मौका दोबारा न मिले।”

वीडियो यहां देखें-

Full View

इस रैली में शामिल महिला बाइकर ऋतम्भरा मिश्रा (25 वर्ष) बताती हैं, “बचपन से ही कुछ नया करना चाहती थी इसलिए बाइक को अपना शौक बनाया, आज इस अनूठी पहल में शामिल होकर मैं बहुत खुश हूँ, बेटी बचाओ बेटी बढ़ाओ के लिए लोगों को इस रैली के द्वारा जानकारी दे पाऊंगी, ये हमारा छोटा सा सहयोग जनता के जरूर काम आएगा।”ऋतम्भरा की तरह इस रैली में 13 फीमेल बाइकर्स शामिल होंगी, जो लखनऊ से बनारस तक का सफ़र तय करेंगी और ग्रामीणों को जगह-जगह जागरूक करेंगी।

इस दौरान कैबेनिट मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने कहा, “बाइकर्स रैली प्रचार प्रसार के लिए इसलिए अपनाई है ताकि ये मिथक दूर हो सके कि ये काम लड़कों का है और ये लड़कियों का है, पल्लवी ने बाइकर्स के क्षेत्र में कई रिकॉर्ड अपने नाम किये हैं, इससे समाज को एक सकारात्मक संदेश जायेगा।”

उन्होंने आगे कहा, “महिला समाख्या की जमीनी पहुंच बहुत मजबूत है, हमें इस बात की खुशी है इनके माध्यम से सरकारी योजनाएं घर-घर तक पहुंचेंगी।” ये रैली लखनऊ गन्ना संस्थान डालीबाग से 25 जून को शुरू होकर बछरावां, रायबरेली, ऊंचाहार, आलापुर (प्रतापगढ़), फाफामऊ, इलाहाबाद होते हुए 27 जून शाम बनारस पहुंचेंगी। इस रैली का नेतृत्व अंतराष्ट्रीय मोटरसाइकिल चालाक पल्लवी फौजदार की देखरेख में हो रहा है। इसमे 13 महिला बाइकर्स, नुक्कड़ नाटक की टीम महिला समाख्या की टीम शामिल हैं ।

ये भी पढ़ें- आशा ज्योति केंद्र की पहल से मां को मिला बच्चा

वहीं, महिला एवं बाल विकास कल्याण की प्रमुख सचिव रेणुका कुमार ने कहा, “ये बाइकर्स कन्या भ्रूण हत्या, 181 और रेस्क्यू वैन के बारे में गाँव-गाँव में जाकर बताएंगे, इस तरह की सरकारी योजनाओं के बारे में सभी को जानकारी मिले, यही हमारा उद्देश्य है, महिला समाख्या विभाग के पास अब मजबूत ताकत है इससे विभाग की योजनाएं हर आख़िरी व्यक्ति तक पहुंचेंगी।”

लड़कियों को कोख में न मारे ये नुक्कड़ नाटक के द्वारा सन्देश दिया गया। अपनी छह साल की बेटी को छोड़कर बाइकर्स रैली का हिस्सा बनी फरियाल फैजल (34वर्ष) का कहना है, “बेटी समाज में आये उसे आने से पहले ही कोख में न मारा जाए, हम महिलायें आगे आएं और अपने अधिकार के लिए खुद लड़े।” उन्होंने आगे कहा, “बेटी को छोड़कर इसलिए आयी ताकि हमारी बेटी जैसी तमाम बेटियां जन्म ले सकें,उन्हें जीने का अधिकार मिले इस रैली में सभी को यही संदेश दूँगी।

Full View

ताजा अपडेट के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक करने के लिए यहां, ट्विटर हैंडल को फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें।

Similar News