फॉरेंसिक डायरेक्टर का पासपोर्ट सीज करने के लिए लिखा पत्र

Update: 2017-09-02 11:17 GMT
प्रतीकात्मक तस्वीर।

लखनऊ। यूपी विधानसभा में संदिग्ध बम की जांच रिपोर्ट देने के बाद से लखनऊ फोरेंसिक लैब के डायरेक्टर श्याम बिहारी उपाध्याय सुर्खियों में आए थे, जिसके बाद से शासन ने इनकी ओर अपनी नजरें टेढ़ी कर ली थी।

खुद को घिरता देख डायरेक्टर ने बीते दिनों टेक्निकल विभाग से अमेरिका जाने की अनुमति मांगी थी, जिसे विभाग ने इंकार करते हुए डीजी टेक्निकल ने डायरेक्टर एफएसएल का पासपोर्ट सीज करने के लिए लखनऊ के क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी को एक पत्र लिखा है।

डीजी टेक्निकल महेंद्र मोदी ने लखनऊ के गोमतीनगर स्थित क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी पीयूष कुमार को एक पत्र लिखा है। इस पत्र में महेंद्र मोदी ने कहा है कि, फोरेंसिक लैब के डायरेक्टर एसबी उपाध्याय अपने व्यक्तिगत कार्य से अमेरिका जाने की अनुमति मांग रहे हैं, लेकिन उनके ऊपर बिहार की राजधानी पटना में फोरेंसिक डायरेक्टर रहते हुए अपने पद का दुरुपयोग करते हुए सदोष लाभ करने के उद्देश्य का मुकदमा दर्ज है। इसमें अन्य अभियुक्तों वैज्ञानिक सहायक संतोष कुमार एवं प्रयोगशाला सहायक मुश्ताक अहमद के साथ मिलकर पांच मुकदमों में जाली जांच प्रतिवेदन निर्गत करने का अपराध करने के लिए पटना के शास्त्रीनगर थाने में कई धाराओं में मुकदमा दर्ज है।

इस मामले में प्रमुख सचिव गृह ने दोबारा से 7 जून 2017 को अभियोजन स्वीकृति कर दी गई है। इसे देखते हुए ही डीजी महेंद्र मोदी ने पासपोर्ट अधिकारी को डायरेक्टर एसबी उपाध्याय का पासपोर्ट सीज करने का पत्र लिखा है।

वहीं बीते माह भी एसबी उपाध्याय सुर्खियों में फिर आये थे, जहां बगैर सटीक जांच किए उन्होंने सूबे के सीएम को विधानसभा में मिले संदिग्ध पाउडर को पीईटीएन जैसा खतरनाक विस्फोटक बता दिया था। जिसकी दोबारा जांच कराने के लिए प्रदेश सरकार ने संदिग्ध पाउडर की जांच हैदराबाद फोरेंसिक लैब को भेज दिया है। जहां से अभी रिपोर्ट आना बची है। वहीं सूत्रों की मानें तो डीजी टेक्निकल महेंद्र मोदी एसबी उपाध्याय के सारे कारानामों की भी इंटरनल जांच करवा रहे है, क्योंकि लखनऊ फोरेंसिक लैब में भी उनके खिलाफ कई शिकायतें लंबित है।

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