रायबरेली : नाले पड़े हैं चोक, बीमारियों के फैलने का डर

Update: 2017-08-30 15:22 GMT
बछरावां शहर के नाले चोक हैं और गंदगी से भरे हैं।

स्वयं कम्युनिटी जर्नलिस्ट

रायबरेली। पिछले दिनों बछरावां विधायक रामनरेश रावत ने शहर के नालों का निरीक्षण कर उन्हें साफ करवाया था। लेकिन साफ करवाने के बाद उन नालों की निकासी का पुख्ता इंतजाम नहीं हुआ। ऐसे में बछरावां शहर के नाले चोक हैं और गंदगी से भरे हैं।

जिला मुख्यालय से 30 किलोमीटर बछरावां ब्लॉक का पटेलनगर मोहल्ला है। मोहल्ले में लगभग 150 घर , एक स्कूल है। यही पर बछरावां विधायक का आवास भी है। मोहल्ले के दोनों तरफ नाले हैं जो इस समय चोक पड़े हैं। पानी के जमाव के कारण उसमें मच्छर पनपने लगे हैं, जिससे मोहल्ले के लोगों को मच्छर जनित बीमारियों के फैलने का डर सता रहा है।

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मोहल्ले में रहने वाले अध्यापक अम्बेश सिंह (45वर्ष) बताते हैं, “ इस नाले की बदबू से हम लोग परेशान रहते हैं। बरसात के दिनों में स्थिति और बदतर हो जाती है।बदबू से सबसे ज्यादा समस्या बच्चों को होती है।”

पटेल नगर में ही रहने वाली अम्बुजा मिश्र (20वर्ष) का कहना है, ये शहर का सबसे वीआईपी मोहल्ला माना जाता है। लेकिन मोहल्ले में पानी के निकास की कोई समुचित व्यवस्था नहीं है। गर्मी के दिनों में भी हम लोगों को दरवाजे बंद करके घर मे रहना पड़ता है।”

लखनऊ हैदरगढ़ बाईपास रोड पर स्थित उत्कर्ष स्कूल के पास रहने वाले लगभग घरों का पानी यूं ही बाहर सड़कों से होते हुए पास के ही एक तालाब में जाकर इकट्ठा होता है। ऐसे में वह तालाब मच्छरों का जन्मदाता है।

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बछरावां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर प्रभात मिश्रा बताते हैं,“ चाहे वह गंदा नाला हो या कहीं पर भरा हुआ पानी, यदि उसे एक ही जगह पर स्थित हुए कई दिन हो गए हैं तो उसमें बैक्टीरिया उत्पन्न होना शुरू हो जाते हैं। जिनसे कई तरह की खतरनाक व जानलेवा बीमारी होने का खतरा बना रहता है।”

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