यूपी: विधानसभा चुनाव में अब बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाता नहीं लगाएंगे बूथों पर लाइन

विधानसभा चुनाव में अब बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाता अब ईवीएम यानि इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन से नहीं, बल्कि पोस्टल बैलेट से मतदान करेंगे।

Update: 2021-08-11 05:47 GMT

सामान्य व उप चुनाव में 80 वर्ष से अधिक और दिव्यांग वोटरों को पोस्टल बैलेट से मतदान की सुविधा मिलेगी। सभी फोटो: गांव कनेक्शन

लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में 80 साल से अधिक के बुजुर्गा और दिव्यांग मतदाताओं को मतदान के लिए केंद्र तक नहीं जाना पड़ेगा, ऐसे मतदाताओं को को पोस्टल बैलेट से मतदान की सुविधा दी जाएगी।

उत्तर प्रदेश के कन्नौज के सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी बिनीत कटियार बताते हैं, "अगले वर्ष 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में सभी मतदाता इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन यानि ईवीएम से वोट नहीं डालेंगे। 80 साल से अधिक और दिव्यांग मतदाताओं को पोस्टल बैलेट से मतदान करने की सहूलियत मिलेगी। इसके लिए तैयारियां चल रहीं हैं।"

दरअसल, उत्तर प्रदेश के संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी अवनीश सक्सेना ने सभी जिला निर्वाचन अधिकारी (डीएम) को पत्र भेजा है। कहा है कि सामान्य व उप चुनाव में 80 वर्ष से अधिक और दिव्यांग वोटरों को पोस्टल बैलेट से मतदान की सुविधा मिलेगी। निर्वाचनों के संचालन नियम 1961 में किए गए संशोधन के तहत दिव्यांग व्यक्ति से मतलब यह है कि जो वोटर लिस्ट के डेटाबेस में दिव्यांग व्यक्ति के रूप में दर्ज हो। आदेश में कहा गया है कि अभी तक जो सूबे में दिव्यांगों का डाटा है, उसके तहत 8,84,663 लोग दिव्यांग हैं।


हालांकि जिलों को सूची भेजकर इसका मिलान सीएमओ और दिव्यांगजन सशक्तिकरण कार्यालय से करने को कहा गया है। साथ ही, जिन दिव्यांग मतदाताओं का नाम शामिल नहीं है या स्पष्ट उल्लेख नहीं है, तो इसका जिक्र भी किया जाए। इसके अलावा सूबे में 24,19,381 मतदाता ऐसे हैं, जिनकी उम्र 80 साल पार हो चुकी है। इनका भी सत्यापन जिलों में करने को कहा गया है। इसका मिलान समाज कल्याण विभाग, प्रोबेशन विभाग, वरिष्ठ कोषाधिकारी और जिला एवं अर्थ संख्याधिकारी कार्यालय से करने का आदेश हुआ है।

सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी कन्नौज बिनीत कटियार ने बताया कि जो मतदाता 80 साल से अधिक हैं, इसके अलावा दिव्यांग मतदाताओं को चुनाव वाले दिन बूथ पर जाने की जरूरत नहीं होगी। उनको पोस्टल बैलेट से वोट डालने की सुविधा मिलेगी। घर पर बैठकर वह अपना मत डाक आदि से भेज सकेंगे। आगे बताया, 'कोरोना संक्रमण काल में वह सुरक्षित भी रहेंगे। साथ ही वोट प्रतिशत भी बढ़ेगा। इसके अलावा अशक्त लोगों के समय की भी बचत होगी। कोई खतरा भी नहीं रहेगा।'

सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि आयोग के आदेश पर जिले में ऐसे मतदाताओं का सही आंकड़ा तलाशा जा रहा है। फिलहाल कन्नौज जनपद में 80 साल से अधिक 22,384 मतदाता और 11,105 दिव्यांग मतदाता हैं। दूसरी ओर उत्तर प्रदेश में करीब 14 करोड़ 66 लाख मतदाता हैं। संभावना है कि सितम्बर में फिर से विशेष मतदाता पुनरीक्षण अभियान शुरू होगा। इसके तहत वोट बनाने, नाम व पता सही करने व गलत नाम काटने पर फोकस रहेगा। 

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