निकाय चुनाव : फूंक-फूंक कर कदम रख रहे हैं उम्मीदवार

Update: 2017-11-08 19:37 GMT
वक़ील से अपने काग़ज़ात की जाँच कराता एक उम्मीदवार।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायतों के चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज हैं। शहरों में मेयर और पार्षद तो कस्बों में चेयरमैन और पार्षदों के लिए नामांकन की प्रक्रिया जारी है। ज्यादातर उम्मीदवार की कोशिश है कि किसी बड़ी पार्टी से टिकट मिल जाए। इसके साथ ही भारी संख्या में निर्दलीय प्रत्याशी भी मैदान में हैं। ये सभी प्रत्याशी फूंक-फूंक कर कदम रख रहे हैं।

नगर निगम चुनावों को लेकर शहरों में काफी शोर है। रोजाना कचहरियों में भी प्रत्याशियों की भीड़ उमड़ रही है। नामांकन से पहले प्रत्याशी सर्तकता बरत रहे हैं। कैसरबाग कचहरी में अपने प्रमाणपत्रों के सत्यापन और जांच के लिए पहुंचे एक आलमबाग में रामजीलाल पटेल वार्ड से निर्दलीय प्रत्याशी दिनेश अवस्थी बताते हैं, “एक तो नोटरी करानी है, दूसरी फार्म में इतने पेपर (कागजात) लग रहे हैं और उन्हें भरने में दिक्कत आती है, इसलिए वकील साहब को दिखा लिया है।”

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दिनेश अवस्थी का पूरा फार्म भरवाने और अपनी सत्यापित कर रहे अधिवक्ता (नोटरी-शपथपत्र) प्रशांत द्विवेदी बताते हैं, “ नामांकन पत्र में छोटी सी गलती उम्मीदवार को भारी पड़ सकती है। बहुत बारीकी से समझकर लिखना होता है। 3 नवंबर से ही मेरे पास रोजाना 5-6 उम्मीदवार आ रहे हैं।”

प्रशांत आगे बताते हैं, मैं पूर्व प्रधानमंत्री और लखनऊ के सांसद रहे अटल बिहारी बाजपेई और अपने इलाके के दो विधायकों का भी नामांकन भरवा चुका हूं। मुझे भी थोड़ी रुचि है इसमें। इसलिए कई प्रत्याशी सिर्फ जांच कराने के लिए काजगात मेरे पास लाते हैं।”

पार्षद के लिए नामांकन पत्र 400 रुपए का जबकि फीस 2500 रुपए हैं। इसके साथ ही बिजली विभाग, नगर निगम और जल निगम ने अनापत्ति प्रमाण पत्र, आधार की कॉपी, चल अचल संपत्ति का ब्यौरा साथ ही इस बात की थाने-कचहरी से संबंधिक केस आदि के बारे भी जानकारी देनी होती है।

नामांकन के लिए राज्य चुनाव आयोग ने इसबार एक निर्दलीय प्रत्याशियों के लिए थोड़ा सहूलियत दी है। पहले 10 प्रस्तावक चाहिए होते थे अब एक से ही काम चल जाता है। इन चुनावों में स्थानीय लोग काफी रुचि लेते हैं।

चुनाव में रुचि के सवाल पर मनीष कहते हैं, निगम का चुनाव सीधे आपके मुहल्ले के विकास कार्यों से जुड़ा होता है, इसलिए हर व्यक्ति चाहता है उनका समझाबूझा और सामाजिक प्रत्याशी को चुनाव करे।”

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उत्तर प्रदेश में तीन चरणों में चुनाव होंगे,पहले चरण में 24 जिलों के 230 निकाय के 4095 वार्ड के लिए 28418 नामांकन पत्र भरे गए जिनमे से जांच के उपरांत 1891 नामांकन रद्द कर दिए गए।

द्वितीय चरण के 25 जिलों के 189 निकायों के 3601 वार्ड में कुल 26036 नामांकन किये गए जिनमे से 628 नामांकन जांच के उपरांत रद्द कर दिए गए इनमे वो आवेदन भी शामिल है जो एक ही प्रत्याशी द्वारा दो से तीन सेट में दाखिल किए जाते है द्वितीय चरण में नामांकन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है।

द्वितीय चरण के अंतर्गत राजधानी लखनऊ के लखनऊ नगर निगम सहित 9 निकाय के 206 वार्डो में कुल 1822 नामांकन पत्र महापौर ,नगर पंचायत अध्यक्ष व पार्षद प्रत्याशियों द्वारा दाखिल किए गए जिनमे से 34 नामांकन जांच के उपरांत रद्द कर दिए गए इनमे जिन प्रत्याशियों ने एक से अधिक सेट में नामांकन दाखिल किया था उनका एक आवेदन स्वीकार कर बाकी रद किये गए आवेदन भी शामिल है।

तृतीय चरण के 26 जिलों कर 233 निकायों के 4299 वार्डो के लिए नामांकन प्रक्रिया 4 नम्बर से सुरु हो चुकी है व 10 नवम्बर तक चलेगी।अब तक तृतीय चरण के चुनाव में 4299 वार्डों के लिए 6853 नामांकन पत्र दाख़िल किये गए हैं।

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