पांच करोड़ पौधे अखिलेश ने लगवाए, 6.33 करोड़ लगाएंगे योगी, लेकिन हरियाली कब आएगी ?
लखनऊ। कुकरैल वन क्षेत्र में पिछले साल निवर्तमान मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का विश्व पर्यावरण संरक्षण दिवस पर रोंपा गया पौधा अब सूख कर डंठल हो चुका है। जबकि तत्कालीन सरकार का दावा था कि एक ही दिन में पांच करोड़ पौधे उत्तर प्रदेश में एक ही दिन में रोंपकर गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड्स में नाम दर्ज करवाया गया था।
लखनऊ से लेकर बुंदेलखंड और मेरठ से गोरखपुर तक उन पांच करोड़ पौधों में से अधिकांश की सच्चाई सामने आ चुकी है। अब कुछ उसी तरह से योगी आदित्यनाथ की सरकार भी इस पर्यावरण दिवस से 6.33 करोड़ पौधे रोंपने का अभियान शुरू करने जा रही है। थर्ड पार्टी असिसमेंट के अलावा इन पौधों को लगाए जाने के बाद उनके संरक्षण की कोई ठोस योजना वन एवं पर्यावरण विभाग के पास नहीं है। न तो पिछले साल के बचे हुए पौधों की संख्या को अधिकारी बता पा रहे हैं।
पिछली बार रोपे गए पौधों में से अधिकांश सुरक्षित हैं। जिनका थर्ड पार्टी असिसमेंट करवाया गया है। वेबसाइट के माध्यम से इसको देखा जा सकता है। इस बार 6.33 करोड़ पौधे लगाए जाएंगे।संजीव शरण, अपर सचिव, पर्यावरण एवं वन विभाग
वन विभाग, नगर विकास विभाग, आवास विभाग, पर्यावरण विभाग सहित अनेक विभागों ने पांच करोड़ पौधे एक साल में लगाने का रिकार्ड पिछले साल बनाया था। मगर जमीन पर ये पांच करोड़ पौधे अब तक कहीं भी नजर नहीं आ रहे हैं। यहां तक की पूर्व मुख्यमंत्री और उनके मंत्रियों द्वारा लगाए गए पौधे तक सूख चुके हैं।
अकेले राजधानी में ही साइकिल ट्रैक और सड़क निर्माण में करीब तीन हजार पेड़ों की कटान की गई। मगर इनके विकल्प के तौर पर लगाए तीन हजार पौधे कहीं भी नजर नहीं आते हैं। पर्यावरण संरक्षण के लिए का काम कर रहे सामाजिक कार्यकर्ता ऋध्दिकिशोर गौड़ का कहना है कि पपौधों को रोंपने से ज्यादा महत्वपूर्ण उनका संरक्षण है। मगर वही नहीं होता है।
वन क्षेत्र को बढ़ाएंगे, 6.33 करोड़ पौधे लगाएंगे
वन एवं पर्यावरण विभाग के अपर मुख्य सचिव संजीव शरण ने शुक्रवार को आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि, पांच जून को सुबह 9:00 बजे इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ “कनेक्टिंग द् पीपुल टू नेचर” कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे। प्रदेश सरकार का लक्ष्य है कि आगामी सालों में प्रदेश का वन क्षेत्र 21505 वर्ग किमी से बढ़ा कर 36140 वर्ग किमी कर दिया जाए। जिसको लेकर केंद्र सरकार की ओर से आई परियोजना का क्रियान्वयन होगा। कुल 6.33 करोड़ पौधे लगाए जाएंगे। जिनमें से अधिकांश फलदार पौधे ही लगाए जाएंगे।
कटान रोकने के लिए होगा टोल फ्री नंबर
पेड़ों की अवैध कटान रोकने के लिए राज्य में नया टोल फ्री नंबर लांच किया जाएगा। 18001801926 नंबर पर काल कर के अवैध कटान को रोका जा सकेगा। इसके अतिरिक्त निजी भूमि पर लगाए जाने वाले पेड़ों की कटान की शिकायत भी इस नंबर पर की जा सकती है। जिसको लेकर एक एप्प भी विकसित किया जाएगा।
इन परियोजनाओं में जम कर काटे गए पेड़
केंद्र सरकार की हाईवे निर्माण परियोजनाओं के दौरान
आगरा एक्सप्रेस-वे निर्माण में
उप्र में साइकिल ट्रैकों के निर्माण में
लखनऊ में चक गजरिया सिटी के निर्माण में