स्वयं कम्युनिटी जर्नलिस्ट
रायबरेली। किसानों को कृषि रक्षा संबंधित सलाह और दवाओं को उपलब्ध कराने के लिए बनाया गया कृषि रक्षा इकाई की बिल्डिंग पूरी तरह से बदहाल हो चुकी है। मरम्मत न होने से यहां के अधिकारी कार्यालय में बैठने में भी घबराते हैं।
जिला मुख्यालय से लगभग 32 किमी. दूर बछरावां ब्लॉक में कृषि रक्षा इकाई बनी है, जहां पर किसानों को फसल संबंधित सुझाव दिया जाता है। किसानों को बीज गुणवत्ता, मिट्टी की गुणवत्ता के विषय में किसानों को सलाह दी जाती है। लेकिन यहां किसान आना नहीं चाहते क्योंकि आस-पास के लोगों ने कूड़ाघर बना रखा है।
खेती किसानी से जुड़ी सभी बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करके इंस्टॉल करें गाँव कनेक्शन एप
जिसकी वजह से वहां जाकर सलाह लेना तो दूर की बात एक मिनट आदमी का खड़ा होना भी मुश्किल होता है। इकाई पर आए रामनिहोर (48 वर्ष) बताते हैं, “हम किसान यहां आते हैं, लेकिन इतनी गन्दगी है कि बदबू से हम पांच मिनट प्रभारी से बात नहीं कर सकते।” कृषि रक्षा इकाई के प्रभारी अजय सिंह (35 वर्ष) बताते हैं, “इसकी हालत काफी समय से ऐसी ही है।
गर्मी में भी हमें खिड़कियां बन्द करके बैठना पड़ता है। कृषि रक्षा इकाई की इमारत को एक-दो बार हम लोगों ने पुताई कराने की कोशिश की लेकिन जैसे ही पुताई वाला ब्रश लगाता है, प्लास्टर गिर जाता है। यहां से कई बार केन्द्र की मरम्मत के लिये प्रस्ताव भेजा जा चुका है पर कभी कोई सुनवायी नही होती।”
ताजा अपडेट के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक करने के लिए यहां, ट्विटर हैंडल को फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें।