जल संचयन के लिए जागरूक करेगा नाबार्ड 

Update: 2017-04-22 16:09 GMT
नाबार्ड द्वारा वर्षा जल संचयन के प्रति लोगों को जागरूक किया जायेगा।

विकास सिंह तोमर, स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क

सीतापुर। नाबार्ड द्वारा वर्षा जल संचयन के प्रति जागरूकता के लिए गांव-गांव में जल बचाने के प्रति कार्यक्रमों का क्रियान्वयन किया जाएगा। इसके लिए नाबार्ड ने जलदूतों को तैयार किया हैं।

इस परियोजना के माध्यम से उत्तर प्रदेश के 12 जिलों ललितपुर, जालौन, हमीरपुर, महोबा, कौशाम्बी, मिर्ज़ापुर, सोनभद्र, झांसी, बाँदा, चित्रकूट, बहराइच और बस्ती के पांच हजार ग्रामों को केंद्रीय बारानी कृषि अनुसंधान संस्थान द्वारा चयनित किया गया है। इस कार्य के संपादन के लिया नाबार्ड द्वारा एक करोड़ रुपए की कुल परियोजना स्वीकृत की गयी है।

देश-दुनिया से जुड़ी सभी बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करके इंस्टॉल करें गाँव कनेक्शन एप

इसे हर जिले में अलग-अलग कार्यदायी संस्था के माध्यम से सम्पादित किया जाएगा। नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक ऐके पंडा ने बताया कि वर्षा जल हो या किसी अन्य माध्यम से मिला जल, उसकी कीमत हर किसी को समझनी होगी। किसानों के सामने पानी की बड़ी समस्या है। ऐसे में अब जल संचयन बहुत ही आवश्यक है।

ताजा अपडेट के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक करने के लिए यहां, ट्विटर हैंडल को फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें।

Similar News