एनटीपीसी हादसा : अधिकारी बोले- आग मार रहा है तो घर जाओ, हम तुम्हारे पैसे काट लेंगे

Update: 2017-11-02 18:29 GMT
एनटीपीसी में हादसा

लखनऊ। रायबरेली के ऊंचाहार में एनटीपीसी हादसे में घायल साथी का इलाज़ कराने लखनऊ के सिविल अस्पताल आए छोटे लाल की जान इस हादसे में बाल-बाल बची। वो बस दो मिनट पहले ही वहां से निकले थे और हादसे वाली जगह से 100- 150 मीटर की दूरी पर ही थे।

छोटे लाल बताते हैं, ''हादसे की जगह से आग और राख का एक तेज़ गुबार निकला। सभी लोग तेज़ी से भागे। जो भाग पाया वो बच गया। कुछ लोगों के हल्की - फुल्की चोट आई, उनका एनटीपीसी के अस्पताल में ही इलाज़ हो गया।

एनटीपीसी में काम करने वाले छोटे लाल (30 वर्ष) बताते हैं, ''जब ब्वॉयलर चालू होता है तो वो हीट होता जिससे में से आग निकलती है, जिसकी वजह से हम दूर हटकर बैठकर बैठ जाते हैं। अधिकारी आते हैं और पूछते हैं कि यहां क्यों बैठे हो? तो हम कहते हैं आग मार रहा है। इस पर अधिकारी बोलते हैं कि आग मार रहा है तो घर जाओ, हम तुम्हारे पैसे काट लेंगे। काम करो वरना आज की मज़दूरी नहीं मिलेगी।

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छोटेलाल का कहना है कि सिविल अस्पताल में जिन लोगों की मौत हुई है उनके घर तक उनका शव ले जाने के लिए प्रशासन की तरफ से कोई इंतज़ाम नहीं किया गया है। एनटीपीसी भी कोई ज़िम्मेदारी नहीं ले पा रहा है। मज़दूरों की मांग है कि हादसे में जिनकी मौत हुई है उनके किसी परिजन को नौकरी दी जाए।

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