रायबरेली: अधिकारी अपनी मर्ज़ी के मालिक जब मन होता है तब आते हैं दफ़्तर

Update: 2017-05-30 17:30 GMT
आरटीओ ऑफिस में अधिकारियों का न आने का समय न जाने का।

स्वयं कम्युनिटी जर्नलिस्ट

रायबरेली। महाराजगंज रोड पर स्थित आरटीओ ऑफिस में अधिकारियों का न आने का समय न जाने का। वे अपनी मर्जी के अनुसार आते हैं और अपनी मर्जी के अनुसार ही जाते हैं। अधिकारियों के इस रवैए से लोगों को काफी परेशानी होती है, जबकि योगी सरकार ने सभी सरकारी कर्मचारियों को समय से ऑफिस पहुंचने के लिए फरमान जारी किया है।

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लेकिन यहां पर अधिकारी मुख्यमंत्री के आदेशों की अनदेखी करते हैं। सुबह जब 11:00 बजे रिपोर्टर आरटीओ कार्यालय का जायजा लेने के लिए पहुंचे तो आरटीओ के परिवहन अधिकारी अजय कुमार के कमरे का ताला तो खुला था, लेकिन वह कमरे में मौजूद नहीं थे। विभागीय कर्मियों से पूछने पर बताया गया कि अभी नहीं आए हैं, लेकिन आ रहे होंगे।

दरवाजों में लटके ताले

यह पूछने पर की साहब के आने जाने का यही समय है तो बताया गया कि आपको जो भी जानकारी चाहिए सर्वर रूम के कर्मचारी से पता कर लीजिए या फिर साहब के आने का इंतजार कर लीजिए। इसी ऑफिस के ठीक सामने का ऑफिस आरटीओ प्रशासन पुष्पांजलि मित्र गौतम का है। उनके कमरे का ताला भी लटकता हुआ मिला। एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ने बताया, “मैडम रोज़ ना आकर कभी-कभी आती हैं।”

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