मलिहाबाद में राशन न मिलने से ग्रामीण परेशान

Update: 2017-04-09 14:53 GMT
कोटेदार की मनमानी के चलते गरीबों को राशन नहीं मिल पा रहा है। 

रामू गौतम ,स्वयं कम्युनिटी जर्नलिस्ट

लखनऊ। कोटेदार की मनमानी के चलते गरीबों को गेहूं, चावल तथा मिट्टी का तेल नहीं मिल पा रहा है। इससे ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत उच्चधिकारियों से की है।

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लखनऊ जनपद के विकास खण्ड मलिहाबाद की ग्राम पंचायत कैथूलिया के रहने वाले ग्रामीण प्रीती (35 वर्ष) बताती हैं, “मार्च से कोटेदार ने न गेहूं, चावल दिया है और न ही मिट्टी का तेल दिया है।” इसी गाँव की गुड़िया (32 वर्ष) बताती हैं, “जब भी कोटेदार के यहां जाओ तो बहाना बनाते हैं कि अभी राशन आया ही नहीं और मजबूरी में खाली हाथ लौटना पड़ता है।”

इस संबध में मुझे अभी कोई शिकायत नहीं मिली है। शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
नीलम यादव, उप जिलाधिकारी, मलिहाबाद

रामश्री (36 वर्ष) पत्नी धनीराम कहती हैं, “कोटेदार जो कहते हैं मानना पड़ता है और हम लोग उनका कर ही क्या सकते हैं।” गाँव की पिंकी (25 वर्ष) का कहना है, “कोटेदार द्वारा राशन बाजार में बेच दिया जाता है और ग्रामीणों को सरकार से राशन न मिलने का बहाना बताते रहते हैं।”

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