स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क
लखनऊ। निजी स्कूलों पर सरकार द्वारा की जा रही सख्ती का विरोध स्कूल प्रबन्धकों ने जताना शुरू कर दिया है। स्कूल प्रबन्धकों का कहना है कि सरकार उनके साथ अन्याय कर रही है।
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यूपी एसोसिएशन ऑफ प्राइवेट स्कूल की ओर से बुधवार को बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें एसोशिएसन के अध्यक्ष अतुल कुमार श्रीवास्तव कहते हैं, “जब से सरकार ने यह कहा है कि स्कूल फीस में बढ़ोत्तरी नहीं करेंगे, तब से हम लोगों की परेशानी काफी बढ़ गयी है। हम छोटे-छोटे विद्यालय वाले वर्षों की मेहनत के बाद जब हमारा विद्यालय समाज में सम्मान की स्थिति बना पाता है तो सरकारी तंत्र तरह-तरह के नियम बनाकर हम लोगों को अपराधी की तरह प्रस्तुत करते हैं जो कि सही नहीं है।”
वह आगे कहते हैं, “ बड़े-बड़े नामी स्कूल हैं जहां मोटी फीस वसूली जाती है। हम लोगों के स्कूलों में दो सौ से हजार रुपये तक मासिक फीस ली जाती है। यदि नहीं बढ़ाये जायेंगे तो शिक्षकों का वेतन किस तरह से दिया जायेगा।” बैठक में बड़ी संख्या में निजी स्कूलों के प्रबन्धकों ने हिस्सा लिया।
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