मजनूं से चोर तक: पूरी फिल्मी है इस सिरफिरे आशिक की कहानी

Update: 2017-05-26 15:26 GMT
फर्जी नंबर से धमकी भरी कॉल करता था

अभिषेक पांडेय

लखनऊ। बॉलीवुड फिल्म डर में शाहरूख खान का नेगेटिव किरदार आज भी लोगों के जहन में है, लेकिन इसी किरदार को राजधानी लखनऊ में रहने वाले शिवकुमार ने अपने बचपन के एकतरफा प्यार को पाने के लिए अपनी रियल लाइफ में इस्तेमाल किया।

शिव ने अपने प्यार को पाने के लिए फिल्म डर 50 बार फिल्म देख युवती को लगातार परेशान करने लगा। इससे परेशान युवती ने वुमेन पॉवर लाइन 1090 में अपनी शिकायत दर्ज कराई। इस आधार पर बीते गुरुवार को कृष्णानगर पुलिस की मदद से सनकी प्रेमी को दबोच जेल भेज दिया गया है।

कृष्णानगर के रामनगर में रहने वाला शिवकुमार को 15 साल की उम्र में ही उसके मोहल्ले में रहने वाली पूजा (बदला हुआ नाम) से एकतरफा प्रेम हो गया लेकिन शिव एक ड्राइवर पिता राम कुमार का बेटा था, जो एक प्राइवेट स्कूल में वैन चलाते थे। आरोपी शिव ने बताया कि अपने प्यार को पाने के लिए उसने आशियाना में उसी प्रतिष्ठित स्कूल में एडमिशन लिया जहां लड़की पढ़ती थी। इस चाहत को पूरा करने के लिए पिता से लड़कर शिव ने वैन तक बेच दी।

आरोपी शिव कुमार

शिव ने स्कूल में महज पूजा को लगातार देखने के लिए एडमिशन लिया था । जब पूजा को इसका लगा तो उसने इसकी शिकायत अपने पिता से की। बेटी को परेशान करने की बात पूजा के पिता ने शिव के पिता राम कुमार को बताई। बेटे की इस हरकत की जानकारी मिलने पर शिव को पिता ने बुरी तरह पीट दिया। साथ ही उसका स्कूल से नाम कटवा कर उसे घर पर बैठा दिया।

शिव यहीं नहीं माना उसने दो साल बाद फिर एक बार उसी स्कूल की बस में कंडक्टर का काम करना शुरू कर दिया, जिससे पूजा घर आती जाती थी। आजिज आकर पूजा ने किसी दूसरे स्कूल में एडमिशन लेकर सनकी प्रेमी से पीछा छुड़ाने का प्रयास किया।

वीमेन पॉवर लाइन के अनुसार, पूजा अपनी पढ़ाई करने बाहर चली गई लेकिन शिव उसे भुला नहीं पाया और प्यार को पाने के लिए उसने वाहन चोरी करना शुरू कर दिया। इसके पीछे शिव का मकसद केवल जल्दी अमीर बनना था। हालांकि उसे चोरी के आरोप में बीस साल की उम्र में ही पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

जेल से जमानत पर छूट के आने के बाद शिव के दोस्तों ने उसे 90 के दशक में आई शाहरुख की फिल्म देखने की सलाह दी। दोस्तों की सलाह पाकर शिव ने बाजार से डर फिल्म की सीडी खरीदी और घर में सीडी प्लेयर पर करीब 50 बार डर फिल्म देखकर खुद को रियल लाइफ का शाहरूख समझ बैठा। फिल्म से प्रभावित शिव ने पूजा को पाने के लिए दिल में दोबारा से अरमान जगाने लगा।

फर्जी सिम से कॉल करके करता था परेशान

कृष्णानगर पुलिस ने बताया कि इस दौरान पूजा एक न्यूज चैनल में नौकरी करने लगी। इसके बाद शिव ने किसी तरह पूजा का मोबाइल नम्बर पता किया और फर्जी पते का इस्तेमाल कर सिम कार्ड हासिल कर लिया। सिम मिलने पर पूजा को उसने 22 मई को फोन किया और उसे धमकी दी कि, ‘’अगर तुम मेरी न हो सकी तो और किसी की भी नहीं हो सकती, तू है मेरी किरण’’।

सर्विलांस की मदद से पकड़ा गया आरोपी

अनजान फोन से परेशान पूजा ने इसकी शिकायत तत्काल वीमेन पॉवर लाइन 1090 में कराई। जहां आईजी नवनीत सिकेरा ने अपने मातहतों को ट्रेस कर आरोपी को पकड़ने का निर्देश दिया। 1090 के कर्मचारी सत्यवीर सचान के मुताबिक, जिस नम्बर से पीड़िता को धमकी दी गई थी, वह किसी फर्जी आईडी से खरीदा गया था, लेकिन सर्विलांस की मदद से बीती गुरुवार रात आरोपी शिव को कृष्णानगर क्षेत्र से पकड़ लिया गया।

आरोपी ने अपने कबूलनामे में बताया कि, वह बचपन से ही पूजा से एकतरफा प्रेम करता था, लेकिन गरीब होने के चलते पूजा उससे बात नहीं करती थी, इसलिए उसकी दीवानगी ने उसे चोर से लेकर मजनूं तक बना दिया।

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