उत्तर प्रदेश: आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को मिला नए साल का तोहफा, बढ़ाया गया मानदेय
चुनावी माहौल में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को नए साल का तोहफा दिया है, प्रदेश में कार्यरत सभी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का मानदेय बढ़ाने की घोषणा की है।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आयोजित आंगनबाड़ी कार्यकत्री व सहायिका सम्मेलन में आज 3 जनवरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कई बड़े ऐलान किए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मैं अपने सभी हेल्थ वर्कर्स, चिकित्सकों, कोरोना वॉरियर्स व फ्रंट लाइनर आशा वर्कर्स, आंगनबाड़ी व एएनएम का उत्तर प्रदेश सरकार व प्रदेश की जनता की ओर से अभिनंदन करता हूं।
आंगनबाड़ी कार्यकत्री व सहायिका सम्मेलन में आज 754 आंगनबाड़ी केंद्रों का लोकार्पण/शिलान्यास किया गया।
सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में आंगनबाड़ी कार्यकत्री को 5,500 रुपए, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकत्री को 4,250 रुपए, सहायिका को 2,750 रुपए प्रतिमाह मानदेय की व्यवस्था है। अब आंगनबाड़ी कार्यकत्री 8,000 रुपए, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकत्री 6,500 रुपए व सहायिका 4,000 रुपए तक मानदेय प्राप्त करेंगी।
उत्तर प्रदेश के सभी संगठित/असंगठित 03 करोड़ 81 लाख कामगारों और निर्माण श्रमिकों को भरण-पोषण भत्ता वितरण किए जाने की योजना के पहले चरण में लगभग 1.50 करोड़ कामगारों को भरण-पोषण भत्ता/हितलाभ की 500 रुपए प्रतिमाह की दर से 02 माह की धनराशि का ऑनलाइन ट्रांसफर किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2017 से पूर्व पोषाहार की क्वालिटी अच्छी भी नहीं होती थी और उसका वितरण भी नहीं किया जाता था। वर्तमान प्रदेश सरकार ने पोषाहार की गुणवत्ता व वितरण व्यवस्था में व्यापक सुधार किया है। उत्तर प्रदेश देश का सम्भवतः पहला राज्य है, जिसने पोषाहार की व्यवस्था महिला स्वयं सहायता समूह को देकर आंगनबाड़ी से जोड़कर इन्हें सशक्त बनाने का कार्य किया है। अब प्रत्येक गांव, जिले में यह पोषाहार बनेगा तथा वहीं वितरित होगा। महिला स्वयं सहायता समूहों का सशक्तिकरण हो रहा है।
सीएम ने आगे कहा कि पिछले 04 वर्ष के आंकड़े स्वास्थ्य की दृष्टि से अच्छा उदाहरण प्रस्तुत कर रहे हैं। आज कई आंगनबाड़ी केन्द्रों का लोकार्पण और शिलान्यास किया गया है। प्रधानमंत्री जी ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को लागू किया है। इसके अन्तर्गत बुनियादी शिक्षा के लिए 3-5 आयु वर्ग के बच्चों का नामांकन होगा। आंगनबाड़ी केन्द्र बुनियादी शिक्षा की प्रारम्भिक पाठशाला होंगे।
कोविड 19 की तीसरी लहर पर सीएम ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर प्रारम्भ हो गयी है। अतिरिक्त सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। आज से 15 से 18 वर्ष के किशोरों को भी वैक्सीन की डोज लगायी जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की 25 करोड़ आबादी में मात्र 08 लोगों में कोरोना के नये वैरिएण्ट की पुष्टि हुई है। 20 करोड़ 25 लाख से अधिक कोरोना की वैक्सीन लगायी जा चुकी है।
आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों से अपील की कि ऐसे लोगों की सूची तैयार करें, जिन्होंने कोरोना की वैक्सीन अभी तक नहीं ली है और उन्हें वैक्सीन लेने के लिए प्रेरित करें।