योगी आदित्यनाथ ने 10वीं 12वीं के छात्र-छात्राओं को किया सम्मानित, कहा- जीवन में कभी न अपनाएं शॉर्टकट
लखनऊ। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की 10वीं व 12वीं की परीक्षा में प्रथम दस स्थान प्राप्त करने वाले मेधावी छात्र-छात्राओं को आज लोकभवन में मुख्यमंत्री सम्मानित किया। कार्यक्रम में मंत्री रीता बहुगुणा जोशी, राज्य मंत्री संदीप सिंह और राज्य मंत्री मोहसिन रजा भी मौजूद रहीं। कार्यक्रम में सीएम ने कहा, ''मुझे अत्यंत प्रसन्नता है कि यूपी सरकार मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित करके खुद को सम्मानित महसूस कर रही है।''
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मेधावियों को एक-एक लाख रुपये नकद और आईपैड दे कर सम्मानित किया। इस बार मेधावियों के साथ उनके माता-पिता को भी सम्मानित किया गया, मेधावियों के पिता को गुलाबी पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया गया। सीएम ने कहा कि सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड के बच्चों को भी सम्मानित किया जाएगा क्योंकि वो भी प्रदेश की प्रतिभा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी की माध्यमिक शिक्षा के परिणाम जब आने थे तो मैं भयभीत था क्योंकि इससे पहले बिहार का रिजल्ट आया था। मैंने दिनेश जी से पूछा कि परिणाम कब आ रहा है। उन्होंने बताया कि 9 जून को। मुझे लगता था कि बिहार की पुनरावृत्ति यहां न हो जाए। पर परिणाम देखकर मुझे लगा कि यहां के बच्चे मेहनत करते हैं। इसलिए मुझे लगा कि यहां के बच्चों को सम्मानित करना चाहिए। हम सबको इस बात का ध्यान रखना होगा कि व्यक्ति के पुरुषार्थ का कोई विकल्प नहीं। अगर आप सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ रहे हैं तो सफल होने से कोई रोक नहीं सकता। आपकी सफलता इस बात को प्रदर्शित करती है कि आपने, आपके परिवार ने और आपके शिक्षकों ने मेहनत की है। शिक्षा जगत में अच्छे लोग हैं लेकिन उन्हें मौका देना होगा। उनके सामने स्वस्थ्य प्रतिस्पर्धा रखनी होगी।
उन्होंने कहा कि हम सबका सौभाग्य है कि प्रधानमंत्री प्रदेश के हैं और होने वाले राष्ट्रपति भी यूपी से हैं। विकास का रास्ता यूपी से होकर जाता है। विकास शिक्षा और संस्कारों से होगा। इसका प्रयास आज का कार्यक्रम है। सीएम ने कहा कि जीवन में कभी शॉर्टकट का रास्ता न अपनाएं। हमें मेहनत करके दिखाना है। निराशा करने की भावनाओं को दूर करना है। जीवन में पलायन के रास्ते को कभी न अपनाएं। जीवन पुरुषार्थ का नाम है। किसी कार्य को लेकर आप आगे बढ़ेंगे तो कल आपका होगा।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मुझे बहुत खुशी हुई जब मैंने देखा कि 147 मेधावियों में 99 बालिकाएं हैं। ये बहुत अच्छी बात है क्योंकि देश के कुछ हिस्सों में बालिकाओं की संख्या कम है। प्रधानमंत्री को बेटी पढ़ाओ और बेटी बचाओ का नारा देना पड़ा। जो लोग भ्रूण हत्या करते हैं उन्हें देखना चाहिए कि मेरिट लिस्ट में 99 बालिकाएं हैं। सीबीएसई बोर्ड में भी यूपी की बालिकाएं आगे रहीं। बालिकाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। इसके बाद भी उन्हें स्कूल नहीं जाने दिया जाता। इसके बाद भी भ्रूण हत्याएं हो रही हैं। लोग सोचते हैं कि बालिकाएं हैं पढ़ाकर क्या करेंगे। ये खुशी की बात है कि बालिकाएं देश में अपने झंडे गाड़ रही हैं।
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