0

Food and Agriculture Organization की घोषणा: 2026 होगा अंतरराष्ट्रीय महिला किसान वर्ष। जानिए भारतीय महिला किसानों के लिए क्यों है यह ज़रूरी?
Food and Agriculture Organization की घोषणा: 2026 होगा अंतरराष्ट्रीय महिला किसान वर्ष। जानिए भारतीय महिला किसानों के लिए क्यों है यह ज़रूरी?

By Preeti Nahar

अगर महिला किसानों को पुरुषों के बराबर संसाधन मिलें, तो खेती की पैदावार 20-30% तक बढ़ सकती है। इससे दुनिया भर में भुखमरी 15% तक कम हो सकती है। महिला किसान सिर्फ़ परिवारों का पेट ही नहीं भरतीं, बल्कि ग्रामीण समुदायों को मज़बूत बनाती हैं और देश की अर्थव्यवस्था में भी बड़ा योगदान देती हैं।

अगर महिला किसानों को पुरुषों के बराबर संसाधन मिलें, तो खेती की पैदावार 20-30% तक बढ़ सकती है। इससे दुनिया भर में भुखमरी 15% तक कम हो सकती है। महिला किसान सिर्फ़ परिवारों का पेट ही नहीं भरतीं, बल्कि ग्रामीण समुदायों को मज़बूत बनाती हैं और देश की अर्थव्यवस्था में भी बड़ा योगदान देती हैं।

डायबिटीज है? तो ध्यान दें
डायबिटीज है? तो ध्यान दें

By

डायबिटीज को नियंत्रित करने में दवाओं के साथ-साथ सबसे अहम भूमिका होती है- सही खानपान की। एक संतुलित और पौष्टिक डाइट न केवल ब्लड शुगर को स्थिर रखने में मदद करती है, बल्कि लंबे समय में हृदय, किडनी और आंखों से जुड़ी समस्याओं से भी बचाव करती है।

डायबिटीज को नियंत्रित करने में दवाओं के साथ-साथ सबसे अहम भूमिका होती है- सही खानपान की। एक संतुलित और पौष्टिक डाइट न केवल ब्लड शुगर को स्थिर रखने में मदद करती है, बल्कि लंबे समय में हृदय, किडनी और आंखों से जुड़ी समस्याओं से भी बचाव करती है।

आत्मनिर्भर भारत अभियान: स्वदेशी उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए महोत्सव शुरू
आत्मनिर्भर भारत अभियान: स्वदेशी उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए महोत्सव शुरू

By Gaon Connection Support

लखनऊ में 10 दिवसीय खादी महोत्सव-2025 की शुरुआत, 160 से अधिक उद्यमियों एवं इकाइयों द्वारा उत्पादों का प्रदर्शन, युवाओं को बांटे गए टूल किट, किया गया पुरस्कृत

लखनऊ में 10 दिवसीय खादी महोत्सव-2025 की शुरुआत, 160 से अधिक उद्यमियों एवं इकाइयों द्वारा उत्पादों का प्रदर्शन, युवाओं को बांटे गए टूल किट, किया गया पुरस्कृत

छत्तीसगढ़ से कोस्टा रिका तक पहुँचा ‘पोषण का चावल’: भारत ने किया फोर्टिफाइड चावल का पहला निर्यात
छत्तीसगढ़ से कोस्टा रिका तक पहुँचा ‘पोषण का चावल’: भारत ने किया फोर्टिफाइड चावल का पहला निर्यात

By Gaon Connection

भारत ने वैश्विक पोषण मिशन की दिशा में एक और बड़ी छलांग लगाई है। कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) की पहल पर छत्तीसगढ़ से कोस्टा रिका को फोर्टिफाइड चावल कर्नेल (FRK) की पहली खेप भेजी गई है। यह कदम “कुपोषण मुक्त भारत” को अंतरराष्ट्रीय पहचान देने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित हो रहा है।

भारत ने वैश्विक पोषण मिशन की दिशा में एक और बड़ी छलांग लगाई है। कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) की पहल पर छत्तीसगढ़ से कोस्टा रिका को फोर्टिफाइड चावल कर्नेल (FRK) की पहली खेप भेजी गई है। यह कदम “कुपोषण मुक्त भारत” को अंतरराष्ट्रीय पहचान देने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित हो रहा है।

खाद्य मंत्री ने जारी की गोदामों से खरीद-फरोख्त के लिए इलेक्ट्रॉनिक रसीद, किसानों ले सकेंगे लोन
खाद्य मंत्री ने जारी की गोदामों से खरीद-फरोख्त के लिए इलेक्ट्रॉनिक रसीद, किसानों ले सकेंगे लोन

By गाँव कनेक्शन

मत्स्य पालन में डिजिटल क्रांति: मोबाइल ऐप्स और ड्रोन से होगी 2025 की जनगणना
मत्स्य पालन में डिजिटल क्रांति: मोबाइल ऐप्स और ड्रोन से होगी 2025 की जनगणना

By Gaon Connection

भारत की पहली डिजिटल समुद्री मत्स्य जनगणना शुरू हो गई है। ‘व्यास भारत’ और ‘व्यास सूत्र’ जैसे मोबाइल ऐप्स के ज़रिए 13 तटीय राज्यों के 12 लाख मछुआरा परिवारों की जानकारी जुटाई जाएगी। ड्रोन सर्वे और रियल-टाइम डेटा ट्रैकिंग से यह अभियान मत्स्य क्षेत्र में पारदर्शिता, सटीकता और तकनीकी प्रगति का नया अध्याय बनेगा।

भारत की पहली डिजिटल समुद्री मत्स्य जनगणना शुरू हो गई है। ‘व्यास भारत’ और ‘व्यास सूत्र’ जैसे मोबाइल ऐप्स के ज़रिए 13 तटीय राज्यों के 12 लाख मछुआरा परिवारों की जानकारी जुटाई जाएगी। ड्रोन सर्वे और रियल-टाइम डेटा ट्रैकिंग से यह अभियान मत्स्य क्षेत्र में पारदर्शिता, सटीकता और तकनीकी प्रगति का नया अध्याय बनेगा।

जागरुकता ही रोक सकती है खाने की बर्बादी
जागरुकता ही रोक सकती है खाने की बर्बादी

By Devinder Sharma

Homewards and onwards — village youth return home to set up cybercafes and catering businesses
Homewards and onwards — village youth return home to set up cybercafes and catering businesses

By Manoj Choudhary

Not so long ago, almost half the youth of Hussainpur village in Nalanda, Bihar migrated to big cities in search of work. The COVID-19 pandemic forced them to head back home where they have now set up small businesses, including digital services to villagers, and are earning better than they ever did before.

Not so long ago, almost half the youth of Hussainpur village in Nalanda, Bihar migrated to big cities in search of work. The COVID-19 pandemic forced them to head back home where they have now set up small businesses, including digital services to villagers, and are earning better than they ever did before.

Black Rice Matters in Chandauli
Black Rice Matters in Chandauli

By Pavan Kumar Maurya

In 2018, paddy cultivation in Chandauli district of Uttar Pradesh took a new turn, when black rice grains were first introduced here. Farmers who cultivated it got good returns. But, a drop in demand has left huge amounts of the blackrice unsold. Many farmers have given up the cultivation but say with government intervention, they will regrow the nutritious and ecologically beneficial rice variety.

In 2018, paddy cultivation in Chandauli district of Uttar Pradesh took a new turn, when black rice grains were first introduced here. Farmers who cultivated it got good returns. But, a drop in demand has left huge amounts of the blackrice unsold. Many farmers have given up the cultivation but say with government intervention, they will regrow the nutritious and ecologically beneficial rice variety.

कीमतों पर अंकुश के लिए 10 लाख टन गेहूं जारी करेगी सरकार
कीमतों पर अंकुश के लिए 10 लाख टन गेहूं जारी करेगी सरकार

By Sanjay Srivastava

Follow us
Contact
  • Gomti Nagar, Lucknow, Uttar Pradesh 226010
  • neelesh@gaonconnection.com

© 2025 All Rights Reserved.