कोलकाता (भाषा)। कल पूर्णिमा के दिन चंद्रमा का आकार सबसे छोटा दिखेगा। इस घटना को ‘मिनी मून' कहते हैं, जो 15 वर्ष के बाद दोबारा होगा।
आज रात भारतीय समयानुसार करीब नौ बजकर 35 मिनट पर चंद्रमा पृथ्वी के चारों ओर परिक्रमा के दौरान सबसे अधिक दूरी पर होगा जो कि पृथ्वी से करीब 406350 किलोमीटर की दूरी होगी। औसतन चंद्रमा की पृथ्वी से दूरी 384000 किलोमीटर है।
कोलकाता स्थित एमपी बिडला तारामंडल के निदेशक देवीप्रसाद दुआरी ने कहा, ‘‘जब कल पूर्णिमा होगी वह पृथ्वी से अपने सबसे अधिक दूरी के बिंदु से बहुत नजदीक होगा। इसलिए इसका आकार औसत पूर्णिमा के चांद से छोटा होगा।''
यद्यपि आम लोग ‘मिनी मून' घटना नहीं देख पाएंगे क्योंकि यह कल पूर्वाह्न 10 बजकर 55 मिनट पर होगा। हालांकि रात के समय ‘मिनी मून' का प्रकाश आम पूर्णिमा के दिन से कम होगा। अगली बार 10 दिसंबर 2030 को चंद्रमा पृथ्वी से कल के मुकाबले ज्यादा दूर होगा। इसके विपरीत जब चंद्रमा पृथ्वी के सबसे ज्यादा नजदीक होता है उसे सुपरमून कहा जाता है और कल का चंद्रमा सुपरमून के चंद्रमा से 14 प्रतिशत छोटा होगा।