लॉस एंजिलिस (भाषा)। ऐसा माना जाता है कि अल्जाइमर बीमारी से ग्रस्त महिलाओं में पुरुषों की तुलना में बेहतर स्मृति कौशल होता है। एक शोध से पता चला है कि इस कौशल के कारण हो सकता है कि महिलाओं में तब तक अल्जाइमर का पता न चले जब तक वो चरम पर न पहुंच जाए।
इस शोध को एरिन इ संडरमन ने अमेरिका के अल्बर्ट आइंस्टीन कॉलेज ऑफ मेडिसिन में संचालित किया है। उन्होंने कहा, “महिलाओं का स्मृति कौशल पुरुषों की तुलना में जीवन पर्यन्त बेहतर रहता है, जिसके कारण हो सकता है कि अल्जाइमर की पहचान के शुरआती दौर में यह उनके लिए बाधा बन जाए।”
मरीज में अल्जाइमर बीमारी की पहचान के लिए स्मृति कौशल परीक्षण का सहारा लिया जाता है। महिलाओं में इस रोग की पहचान तब तक नहीं हो सकती है जब तक वह चरम पर न पहुंच जाए।एरिन इ संडरमन, शोधकर्ता
संडरमन ने बताया, “मरीज में अल्जाइमर बीमारी की पहचान के लिए स्मृति कौशल परीक्षण का सहारा लिया जाता है। महिलाओं मेें इस रोग की पहचान तब तक नहीं हो सकती है जब तक वह चरम पर न पहुंच जाए।” इस शोध में अल्जाइमर से पीडित 254 लोगों ने, हल्की संज्ञानात्मक क्षीणता वाले 672 लोगों ने और याद्दाश्त की समस्या वाले 390 लोगों ने हिस्सा लिया।
प्रतिभागियों के दिमाग की जांच पोजीट्रॉन इमिसन टोमोग्राफी (पीइटी) के द्वारा की गई। इस स्कैन से यह पता चलता है कि दिमाग का मेटाबॉलिज्म कैसा है, दरअसल दिमाग की शक्ति का यह प्राथमिक स्रोत है।
परीक्षण में प्रतिभागियों से उन 15 शब्दों के बारे में 30 मिनट बाद बताने को कहा जाता है, जिसे उन लोगों को पढकर सुनाया गया होता है। इस परीक्षण में महिलाएं पुरुषों से अच्छे अंक लाती हैं। यह शोध को न्यूरोलॉजी जर्नल में जगह मिली है।