SSC Exam करना है पास तो ऐसे करें तैयारी

Update: 2016-10-09 21:37 GMT
एसएससी परीक्षा

अगर आप एसएससी (SSC) की परीक्षा पास करना चाहते हैं, तो इसकी तैयारी के लिए योजना बनाएं और उसी के अनुरूप तैयारी को अंतिम रूप दें, तो आप को सफलता मिल सकती है। यूं तो गवर्नमेंट नौकरी का क्रेज भारत में शुरुआत से ही रहा है। लेकिन निजी क्षेत्रों में युवाओं के पास सरकारी नौकरी की अपेक्षा बेहतर अवसर मिलने के कारण पिछले कुछ वर्षों के लिए युवाओं का मोह सरकारी नौकरी की तरफ से हट गया था। लेकिन आर्थिक मंदी की मार और उसके प्रभाव ने सरकारी नौकरी की ओर लोगों का रूझान बढ़ा है।

क्या है एसएससी (SSC)

करिअर पावर के जनरल स्टडी टीचर के अंजनि कुमार शुक्ला बता रहे हैं कि एसएससी यानी स्टाफ सेलेक्शन कमीशन (कर्मचारी चयन आयोग) जिसकी स्थापना 1977 में हुई थी यह एक बोर्ड है जो केंद्र सरकार के मंत्रालयों और अन्य विभागों में ग्रुप बी एवं सी के लिए कर्मचारियों का चयन करता हैं, ठीक वैसे ही जैसे आईबीपीएस सरकारी बैंकों के लिए कर्मचारियों की भर्ती करता है। अगर आप केंद्र सरकार के अधीन सरकारी नौकरी करना चाहते हैं तो आप एसएससी देकर अपना यह सपना सच कर सकते हैं।

एसएससी में क्या होता है

अंजनि कुमार शुक्ला बताते हैं कि एसएससी एक सिलेक्शन बोर्ड है और हर वर्ष अपनी विभिन्न प्रतियोगी परिक्षा जैसे सीजीएल, सीएचएसएल, स्टेनो, जेई, सीएपीएफ, जेएचटी आदि संचालित करता हैं जिसके माध्यम से छात्र अपनी योग्यता अनुसार अपना एग्जाम देकर भारत सरकार के विभिन्न विभागों में नौकरी कर सकता हैं।

योग्यता और उम्र सीमा

यदि स्टूडेंट्स किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड या संस्थान से किसी भी विषय में बारहवीं पास हैं, तो वे आवेदन कर सकते हैं। जहां तक उम्र सीमा की बात है, तो न्यूनतम उम्र 18 और अधिकतम 27 वर्ष निर्धारित है। 5 वर्ष (अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति), 3 वर्ष (पिछड़ा वर्ग) की छूट है।

सिलेबस स्कैन

जनरल इंटेलीजेंस के अंतर्गत रिलेशनशिप कांसेप्ट, समानता और अंतर, समस्या का समाधान, मूल्यांकन, निर्णय क्षमता, चित्रों का वर्गीकरण जैसे वर्बल और कोडिंग और डिकोडिंग, वाक्य निष्कर्ष इत्यादि जैसे नन-वर्बल तरह के प्रश्न पूछे जाएंगे। जनरल अवेयरनेस में करेंट इंवेट के साथ भारत तथा इसके पड़ोसी देशों के खेल, इतिहास, संस्कृति, भूगोल, राजनीति, साइंटिफिक रिसर्च, भारतीय संविधान इत्यादि से संबंधित ज्ञान का परीक्षण किया जाएगा। इंग्लिश लैंग्वेज के अंतर्गत वोकेबलरी, ग्रामर, सेंटेंस स्ट्रक्चर, सिनोनिम्स, एंटोनिम्स और अंग्रेजी में राइटिंग स्किल से संबंधित प्रश्न होंगे।

अलग रणनीति जरूरी

अंजनि कुमार शुक्ला बताते हैं कि किसी भी परीक्षा में आप तभी सफलता प्राप्त कर सकते हैं, जब एक सफल रणनीति बनाते हैं और तैयारी के दौरान उस पर अमल करते हैं। जनरल इंटेलिजेंस एवं न्यूमरिकल एप्टीट्यूड में अंग्रेजी और जनरल अवेयरनेस की अपेक्षा अधिक समय लगते हैं। इस कारण आप कोशिश यह करें कि अंग्रेजी और जनरल अवेयरनेस में कम समय दें और शेष बचे हुए समय का समायोजन अन्य पेपर की तैयारी में करें, तो आप निर्धारित समय सीमा के अंदर प्रश्नों को हल करने में सफल हो सकते हैं।

एसएससी की पढ़ाई

किस तरह की होगी परीक्षा- एसएससी परीक्षा (संयुक्त स्नातक स्तरीय)

एसएससी (संयुक्त स्नातक स्तरीय) परीक्षा प्रक्रिया तीन चरणों में होती है। टीयर I और टीयर II में लिखित परीक्षा ली जाती है जबकि टीयर III में व्यक्तित्व परीक्षा के साथ साक्षात्कार/ कंप्यूटर प्रवीणता परीक्षा/ कौशल परीक्षा और दस्तावेजों का सत्यापन किया जाता है। उम्मीदवारों का चयन टीयर I और टीयर II में उनके प्रदर्शन के आधार पर किया जाता है। लिखित परीक्षा में सफल हुए उम्मीदवार साक्षात्कार/ कौशल परीक्षा/ कंप्यूटर प्रवीणता परीक्षा (जहां लागू हो)/ और दस्तावेजों के सत्यापन के बाद वर्णनात्मक/ऑनलाइन परीक्षा के चरण से गुजरते हैं । इसके बाद आयोग द्वारा प्रत्येक श्रेणी के पद के लिए अखिल भारतीय मेधा सूची जारी किया जाता है जिसमें उन उम्मीदवारों के नाम होते हैं जो वर्णनात्मक/ ऑनलाइन परीक्षा सफल हुए हो।

स्किल टेस्ट

स्किल टेस्ट क्वालीफाइंग नेचर का होगा। इसमें निर्धारित समय-सीमा के अंदर स्टेनोग्राफी स्पीड को परखा जाएगा। स्पीड बढ़ाने के लिए नियमित अभ्यास करें। संभव हो, तो परीक्षा देने के बाद अधिक से अधिक समय दें। यदि इस तरह की रणनीति अपनाते हैं, तो आप इस परीक्षा में भी बेहतर प्रदर्शन कर पाएंगे।

टाइम मैनेजमेंट से बनेगी बात

ऑब्जेक्टिव टाइप के प्रश्नों में टाइम मैनेजमेंट अहम होता है। यह एक दिन में संभव नहीं है। यह तभी संभव है, जब आप इसका अभ्यास करते हैं। आपके लिए बेहतर होगा कि निर्धारित समय-सीमा के अंदर प्रश्नों को हल करने का अभ्यास करें। इससे परीक्षा हॉल में किसी तरह की परेशानी नहीं होगी। बेहतर स्ट्रेटेजी यह है कि आप सबसे पहले उन्हीं प्रश्नों को हल करें, जिन्हें अच्छी तरह से जानते हैं। अक्सर देखा जाता है कि स्टूडेंट्स किसी एक प्रश्नों में उलझ जाते हैं। इससे वे बहुमूल्य समय जाया कर देते हैं। परिणामस्वरूप आगे के प्रश्नों को हल करने के क्रम में काफी दबाव में आ जाते हैं और समय के अभाव में प्रश्न जानते हुए भी सॉल्व नहीं कर पाते हैं। इससे बचने के लिए जरूरी है कि आप पहले ही इसके लिए तैयार रहें।

एसएससी की तैयारी

रेगुलर पढ़ें करंट अफेयर्स

अक्सर देखा जाता है कि स्टूडेंट्स करेंट अफेयर्स की तैयारी परीक्षा के कुछ दिनों पहले करते हैं। इस तरह की रणनीति घातक होती है। सफल होने के लिए जरूरी है कि आप सिर्फ एक घंटा करेंट अफेयर्स को रेगुलर दें, तो रोज आप नित्य नवीन घटनाओं या खेलों से अवगत होते रहेंगे और इस क्षेत्र की मुकम्मल तैयारी भी हो जाएगी। आप स्तरीय पत्र-पत्रिकाओं की सहायता से राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय, आर्थिक, खेल गतिविधियों एवं पुरस्कार, चर्चित व्यक्ति, स्थल, महत्वपूर्ण तिथियों आदि का नियमित अध्ययन करें। इसके अलावा, यूनिक गाइड, एनसीईआरटी की पुस्तकों से भारतीय इतिहास, संस्कृति, राज व्यवस्था, भूगोल, अर्थव्यवस्था आदि की जानकारी बढ़ाएं। तर्क शक्ति पर आधारित अभ्यास प्रश्न पत्रों का ज्यादा से ज्यादा हल करने का अभ्यास करें। अभ्यास से प्रश्नों को हल करते समय शॉर्टकट टेक्निक का पता चलता है, जिससे प्रश्नों को तीव्र गति से हल करने की क्षमता में वृद्धि होगा। रीजनिंग की तैयारी के लिए बाजार में संबंधित पुस्तक भी उपलब्ध हैं। अर्थमेटिक की तैयारी के क्रम में दसवीं स्तर की पुस्तक (जैसे आरएस अग्रवाल) की सहायता से विभिन्न टाइप के सवालों को समझें। आमतौर पर मैट्रिक स्तर के अंकगणित को इसके अंतर्गत पूछा जाता है। इसलिए नियमित तौर पर अंकगणित के प्रश्नों को हल करने का प्रयास करें। इस परीक्षा में निगेटिव मार्किंग भी है।

एग्जाम पैटर्न कैसा होता है

एसएससी एक प्रतियोगी परिक्षा संचालित कर्ता है और यह ऊपर बताई गई कई परिक्षा लेता हैं तो इसका एग्जाम पैटर्न भी दूसरी प्रतियोगी परीक्षाओं जैसा ही होता है जिसमे गणित, अंग्रेजी, रीजनिंग के ही प्रश्न पूछे जाते हैं जिनका स्तर ऊपर बताई गई परीक्षाओं में अनुसार भिन्न हो सकता हैं।

एसएससी (SSC) में क्या होता है

एसएससी (SSC) एक सिलेक्शन बोर्ड है और हर वर्ष अपनी विभिन्न प्रतियोगी परीक्षा जैसे CGL, CHSL, Steno, JE, CAPF, JHT आदि संचालित करता हैं जिसके माध्यम से छात्र अपनी योग्यता अनुसार अपना एग्जाम देकर भारत सरकार के विभिन्न विभागों में नौकरी कर सकता हैं।

सीजीएल: सीएलजी यानि कम्बाइंड ग्रेजुएट लेवेल एग्जामनेशन जो किसी भी स्नातक के बाद दी जा सकती हैं| इस परिक्षा को पास करने के बाद आप कुछ इस तरह के पदों पर कार्य कर सकते हैं जैसे खाद्य अधिकारी, आयकर अधिकारी, ऑडिटर आदि।

सीएचएसएल: सीएचएसएल (कम्बाइंड हायर सेकेंडरी लेवेल एग्जामनेशन) यह परिक्षा उन छात्रों के लिए संचालित की जाती हैं जो 12वी के बाद नौकरी करना चाहते हैं इस एग्जाम को देने के बाद आप एलडीसी, क्लर्क इस तरह के पद पर कार्य कर सकते हैं।

स्टेनो: स्टेनोग्राफी आशुलिपि में कैरियर बनाने वाले छात्र यह परिक्षा दे सकते हैं।

जेई: जेई यानी जूनियर इंजिनियर यह एग्जाम देकर भारत सरकार के विभिन्न विभागों में जूनियर इंजिनियर की पोस्ट पर काम करने का मौका मिल सकता हैं. इस पोस्ट के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता इंजीनियरिंग में डिप्लोमा होता हैं।

सीएपीएफ: सीएपीएफ यानि सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स होता है जैसा की इसके नाम से ही समझ में आता है की केंद्र सरकार में सशस्त्र पुलिस बल में इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर आदि के लिए यह एग्जाम क्लियर करना होती हैं।

जेएचटी: जेएचटी जुनियर हिंदी ट्रांसलेशन इस परीक्षा को पास करने के बाद आप हिन्दी अनुवादक के पद पर कार्य करने का मौका पा सकते हैं इसके लिए आपकी हिन्दी और इंग्लिश दोनों पर मजबूत पकड़ होना अनिवार्य हैं।

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