2022 तक 30,000 करोड़ रुपये पर पहुंच जाएगा मोबाइल वॉलेट बाजार 

Update: 2016-11-22 16:33 GMT
देश का मोबाइल वॉलेट बाजार सालाना 141 प्रतिशत की दर से बढ़कर 2021-22 तक 30,000 करोड़ रुपये पर पहुंच जाएगा।

बेंगलुर (भाषा)। देश का मोबाइल वॉलेट बाजार सालाना 141 प्रतिशत की दर से बढ़कर 2021-22 तक 30,000 करोड़ रुपये पर पहुंच जाएगा। एक अध्ययन में यह अनुमान लगाया गया है।

एसोसिएसटेड चैंबर्स ऑफ कामर्स एंड इंडस्टरी ऑफ इंडिया और शोध कंपनी RNCOS के अध्ययन के अनुसार 2015-16 से 2021-22 के दौरान यह क्षेत्र मुख्य रुप से स्मार्टफोन के बढ़ते इस्तेमाल, मोबाइल इंटरनेट पहुंच बढ़ने, ई-कामर्स क्षेत्र की वृद्धि और खर्च योग्य आय बढ़ने की वजह से आगे बढ़ेगा। देश का एम-वॉलेट बाजार 2015-16 में 154 करोड़ रुपये था।

‘भारतीय एम वॉलेट बाजार: पूर्वानुमान 2022' में यह भी अनुमान लगाया गया है कि देश में एम-वॉलेट लेनदेन 2015-16 से 2021-22 तक सालाना 154 प्रतिशत की दर से बढकर 20,600 करोड़ रुपये से 55 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच जाएगा। इसमें कहा गया है कि एम-वॉलेट लेनदेन कागजरहित भुगतान का सबसे तेजी से बढ़ता तरीका है। ऐसा अनुमान है कि अगले दस साल में ज्यादातर लेनदेन कागजरहित हो जाएगा।

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