भाजपा और आरएसएस के पिछले छह महीने के भी वित्तीय लेनेदेन सार्वजनिक करें: कांग्रेस
नई दिल्ली (भाषा)। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा नोटबंदी के बाद सभी पार्टी विधायकों और सांसदों से अपने बैंक खातों की जानकारी जमा करने के लिए कहने को एक और ‘जुमला' करार दिया और उन्हें चुनौती दी कि वह भाजपा और आरएसएस के गत छह महीने के सभी वित्तीय एवं जमीन सौदों को सार्वजनिक करें। कांग्रेस के प्रमुख प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने मोदी के इस कदम को नोटबंदी निर्णय के कथित लीक से जनता का ध्यान हटाने का एक प्रयास बताया। उन्होंने इसे देश में अभी तक का ‘‘सबसे बड़ा घोटाला'' करार दिया।
संपत्तियां खरीदने का लगाया आरोप
सुरजेवाला ने अन्य पार्टी नेता सुष्मिता देव के साथ भाजपा पर ओडिशा के 18 जिलों में बिहार में खरीद की तर्ज पर सम्पत्तियां खरीदने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘‘जिस तरह से खुलासे सामने आ रहे हैं, जिसके तहत भाजपा और उसके नेता ओडिशा और बिहार में जमीन खरीद रहे हैं, मोदीजी को भय है कि यह सभी उजागर हो जाएगा।'' उन्होंने कहा, ‘‘ये सभी चीजें यह दिखाती हैं कि कथित घोटाले की एक विस्तृत जांच करने की जरुरत है। मामले की एक विस्तृत एवं पूरी तरह से जेपीसी जांच करने की जरुरत है।''
समय आ गया है कि मुखौटा हटाएं
सुरजेवाला ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नाटक करना बंद करना चाहिए और बयानबाजी के पीछे छुपना बंद करना चाहिए। मोदीजी आपका असली चेहरा उजागर हो गया है और समय आ गया है कि आप ‘जुमलों का मुखौटा' हटायें और ‘राजधर्म' का पालन करें।'' सुरजेवाला ने कहा, ‘‘यदि आपके पास कुछ भी छुपाने को नहीं है, आपको भाजपा और आरएसएस एवं संबद्ध संगठनों के नोटबंदी से छह महीने पहले के खाते सार्वजनिक करने चाहिएं।''