बजट में गांधी दर्शन, पटेल की दृष्टि और लोहिया की सोच की अभिव्यक्ति: BJP 

Update: 2017-02-08 15:47 GMT
हुकुमदेव नारायण यादव

नई दिल्ली (भाषा)। केंद्रीय बजट को गाँव, गरीब, किसान, महिलाओं और युवाओं के कल्याण को समर्पित बताते हुए BJP ने आज कहा कि कांग्रेस के 60 वर्षो के शासन में देश को दो तरह के ‘भारत' में बांटने का काम किया गया, वहीं मोदी सरकार ने अपने बजट में गाँव एवं ग्रामीण क्षेत्र को शीर्ष प्राथमिकता बनाकर ‘गांधी दर्शन', ‘सरदार पटेल की दृष्टि' और ‘लोहिया की सोच' की अभिव्यक्ति की है।

वर्ष 2017-18 के केंद्रीय बजट पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए BJP के हुकुमदेव नारायण यादव ने कहा कि एक गरीब परिवार में जन्म लेने वाले नरेन्द्र मोदी ने बजट में गरीब की सुध ली, उन गरीब माताओं की सुध ली जिन्हें पोषक आहार नहीं मिल पाता था। ऐसे में गर्भवती माताओं को पोषक आहार के लिए छह हजार रुपये का प्रावधान किया गया। यह लोहिया की सामाजिक सोच की अभिव्यक्ति है जिसे मोदी सरकार ने साकार करने का काम किया है।

यादव ने कहा कि बजट में 10 शीर्ष प्राथमिकताएं बतायी गई हैं और इसमें पहले स्थान पर ‘गाँव' इसके बाद ‘ग्रामीण क्षेत्र' और फिर ‘युवा कल्याण' को रखा गया है। इसी में भारत के विस्तार समाहित होता है। यह मोदी सरकार की सोच और दिशा है।

BJP नेता ने कहा, ''बजट में मोदी सरकार ने गाँव को शीर्ष प्राथमिकता बताया है जो गांधी दर्शन है। बजट में ग्रामीण क्षेत्र को स्तम्भ बताया गया है जोसरदार पटेल की दृष्टि रही है। बजट में गरीब लोगों के कल्याण एवं सामाजिक कल्याण को तवज्जो दी गई है जो लोहिया की सोच की अभिव्यक्ति है।'' उन्होंने कहा कि कांग्रेस के 60 वर्षो के शासन में देश को दो तरह के ‘भारत' में बांटने का काम किया गया और गरीबों की सुध नहीं ली गई जो काम आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को करना पड़ रहा है।

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