छह नवंबर को राजधानी आएगी पहली मेट्रो ट्रेन

Update: 2016-10-19 19:10 GMT
लखनऊ मेट्रो

लखनऊ। लखनऊ मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (एलएमआरसी) के कांफ्रेंस रूम में लगी घड़ी इस बात का इशारा कर रही है कि लखनऊ मेट्रो के काम में डेढ़ महीने से भी कम का समय बचा है। पहले आठ किलोमीटर के सभी स्टेशनों का काम लगभग पूरा किया जा चुका है। एस्केलेटर लगाए जा रहे हैं। फिनीशिंग और फर्नीशिंग का काम अंतिम दौर में है। छह नवंबर को मेट्रो की बोगी राजधानी आ जाएंगी। लगभग 85 फीसदी काम पहले आठ किलोमीटर में पूरे हो गए हैं। इस बात का दावा एलएमआरसी के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने बुधवार को किया।

उन्होंने बताया कि मदर डिपो में बिजली आ चुकी है लेकिन हो सकता है कि ओएचई (ओवरहेड इलेक्ट्रिफिकेशन) में थोड़ी देर हो। उन्होंने बताया कि डिपो में सात अक्तूबर को बिजली सप्लाई शुरू हो चुकी है। जबकि मुख्य पॉवर स्टेशन (आरएसएस) पूरी तरह से चार्ज हो चुका है। डिपो को सोमवार को चार्ज करके परीक्षण किया गया था। सभी आवश्यकताएं लगभग पूरी हो चुकी है।

इसके साथ ही चेन्नै के श्रीसिटी जाकर बोगियों के निर्माण का निरीक्षण किया। उनका कहना है कि एक ट्रेन बन चुकी है। इसका काम खत्म हो चुका है और ट्रेन लगभग तैयार हो चुकी है। इस तरह से पूरी ट्रेन का लगभग 75-80 फीसदी काम पूरा हो चुका है। बताया जा रहा है कि राजधानी में 30 नवंबर को ट्रेन लाने की सम्भावनाएं जताई जा रही थीं। जबकि कुमार केशव ने बताया कि उन्होंने 23 नवंबर तक ट्रेन को लाने की मांग की थी। लेकिन अब 6 नवंबर को ट्रेन लाई जाएगी।

इसके साथ ही उन्होंने इस बात की भी जानकारी दी कि टीबीएम (टनल बोरिंग मशीन) इस समय दिल्ली में आ चुकी हैं। प्लेटफॉर्म और कॉनकोर्ड का काम अभी चल रहा है। 1 दिसम्बर को ट्रायल के लिए स्टेशनों की तैयारी की जा रही है। केंद्र सरकार द्वारा 160 करोड़ के दिए गए पिछले बजट के बाद 250 करोड़ की धनराशि ईयूबी (इन्डियन यूरोपियन बैंक) ने एलएमआरसी को दी है, जिसका लोन इफेक्टिव लेटर आना अभी बाकी है। बताया जा रहा है कि इस साल मेट्रो का 824 करोड़ का बजट सुनिश्चित किया गया है।

प्रोटोटाइप ट्रेन

प्रोटोटाइप ट्रेन ऐसी ट्रेन होगी जिसे लेकर सारे परीक्षण किए जाएंगे। इस परीक्षण में प्रमुखता से आरडीएसओ, ऑक्सीलेशन ट्रायल, डायनैमिक ट्रायल, ब्रेकिंग ट्रायल शामिल हैं। सारे परीक्षण एक ही ट्रेन में होने के कारण इस पहली ट्रेन में वक्त लग सकता है लेकिन बाकी ट्रेनों में इतना समय नहीं लगेगा। वहीं आरडीएसओ परीक्षण फरवरी 2017 में होने की आशंका जताई जा रही है। एलएमआरसी ने बताया कि 3-4 महीनों में मेट्रो का पूरा ट्रायल हो जाएगा।

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