नई दिल्ली (भाषा)। दिल्ली मेट्रो के दस स्टेशन के आज से नकदरहित होने के साथ ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वह जांच की मांग करेंगे और उन फाइलों को देखेंगे जिस वजह से जबरन यह फैसला लिया गया। इस आरोप का डीएमआरसी पहले ही खंडन कर चुकी है।
केजरीवाल ने कहा, ‘‘यह जबरन किया जा रहा है, शायद पीएमओ के निर्देश पर। मैं मेट्रो (प्राधिकारियों) से बात करुंगा और फाइलों को मांगूगा। वे कैसे इस तरह के निर्णय के लिए मजबूर हो सकते हैं। वे इस माध्यम से पेटीएम को प्रमोट कर रहे हैं। मैं जांच की मांग करता हूं और फाइलों को देखूंगा।'' डीएमआरसी पहले की स्पष्ट कर चुका है कि और ई-वॉल्टे्स को इसमें जल्द शामिल किया जाएगा और खुली निविदा प्रक्रिया के तहत अनुबंध पेटीएम को दिया गया।
डीएमआरसी ने एक बयान में कहा कि डीएमआरसी का फिलहाल पेटीएम के साथ समझौता है, जिसने खुली निविदा प्रक्रिया के तहत अुनबंध हासिल किया है ताकि स्मार्ट कार्ड को नकदरहित रिचार्ज कराने के लिए प्रोत्साहित जा सके। लिहाजा, 10 स्टेशनों में नकदरहित लेनदेन शुरु करने के लिए पेटीएम स्वाभाविक चयन था।