जाट आंदोलन का पचासवां दिन: खट्टर ने कहा, मुद्दे के हल के लिए प्रतिबद्ध पर यशपाल मलिक ने कहा, सरकार गंभीर नहीं 

Update: 2017-03-19 15:14 GMT
जाट आरक्षण पर बैठक करते हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर।

चंडीगढ़ (भाषा)। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने आरक्षण की मांग पर जाट समुदाय के पचास दिन से जारी आंदोलन को समाप्त करने के वास्ते जाट नेताओं को बातचीत के लिए आज दिल्ली आमंत्रित किया। जाट समुदाय के संसद का घेराव करने की योजना से पहले बातचीत का यह प्रस्ताव आया है।

एहतियात के तौर पर सेना को बुला लिया गया है, धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है और हरियाणा के रोहतक, झज्जर तथा सोनीपत जैसे संवेदनशील जिलों में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा,‘‘ हम मुद्दे के हल के लिए प्रतिबद्ध हैं।'' खट्टर केंद्रीय कानून एवं न्याय राज्य मंत्री पीपी चौधरी और केंद्रीय मंत्री बीरेन्द्र सिंह के साथ जाट नेताओं से बात करेंगे। उन्होंने कहा,‘‘ सरकार इस मुद्दे को हल करने के लिए गंभीर है, राज्य में भाईचारा और शांति कायम रखना हमारी पहली प्राथमिकता है।''

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राज्य के पुलिस महानिदेशक केपी सिंह ने बताया कि राज्य से गुजरने वाले सभी मार्ग एवं राजमार्ग खुले हुए हैं और सुरक्षा के सभी कदम उठाए गए हैं ताकि जनता खासतौर पर छात्र, जो कि सीबीएससी की परीक्षा दे रहे हैं, वह बिना किसी भय के यात्रा कर सकें।

आंदोलन की अगुवाई कर रही अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति (एआईजेएएसएस) राष्ट्रीय राजधानी में कल घेराव करने की अपनी योजना पर अड़ी हुई है। यह आंदोलन आज 50वें दिन में प्रवेश कर गया।

एआईजेएएसएस के अध्यक्ष यशपाल मलिक ने कल कहा था कि मामले को हल करने के लिए केंद्र को हस्तक्षेप करना चाहिए। मलिक ने दावा किया था कि राज्य सरकार ‘‘भ्रमित है और मामले के हल के लिए गंभीर नहीं दिखाई दे रही है।''

वरिष्ठ मंत्री राम विलास शर्मा के नेतृत्व में हरियाणा के मंत्रिमंडीय पैनल ने 16 मार्च को पानीपत में जाटों से बातचीत की थी, इसके बाद शर्मा ने कहा था कि जाट समुदाय के साथ एक समझौता हो गया है और यह गतिरोध शीघ्र समाप्त हो जाएगा।

बैठक के बाद शर्मा और मलिक दोनों ने ही कहा था कि बैठक सार्थक रही है लेकिन बाद में मलिक ने घोषणा की कि वे 17 मार्च को नई दिल्ली में खट्टर के साथ बैठक करेंगे हालांकि खट्टर ने बाद में कहा कि जाट नेता ने यह एकपक्षीय घोषणा की है।

हरियाणा के मुख्यमंत्री ने आज कहा, ‘‘पहले जो भी असमंजस पैदा हुआ था उसे दूर कर लिया जाएगा। 16 मार्च की बैठक में जो भी निर्णय हुआ, हम उससे आगे बढ़ने का प्रयास करेंगे।'' खट्टर ने आज की मुलाकात के लिए अपने अधिकांश तय कार्यक्रमों को रद्द कर दिया है। खट्टर के मीडिया सलाहकार अमित आर्य ने कहा,‘‘ मुख्यमंत्री के अधिकतर कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं. अगर शाम को मुख्यमंत्री को कुछ समय मिलता है तो वह सूरजकुंड एग्री लीडरशिप समिट में जा सकते हैं।

जाट समुदाय के कल दिल्ली रैली और संसद घेराव की योजना के मद्देनजर हरियाणा अलर्ट पर है।

गौरतलब है कि आरक्षण के अलावा जाट पिछले वर्ष प्रदर्शन के दौरान जेल में बंद किए गए लोगों को रिहा करने, प्रदर्शन के दौरान दर्ज किए गए मामलों को वापस लेने और आंदोलन में हिस्सा लेने के दौरान घायल हुए तथा मारे गए लोगों के परिजनों को सरकारी नौकरी देने की मांग कर रहे हैं।

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